कोरोना वैक्सीनेशन-45 के पार वाले रहें तैयार, न भूलें निशुल्क सर्टिफिकेट लेना

एक अप्रैल से 45 साल की उम्र पार कर चुके सभी लोगों के टीकाकरण का अभियान शुरू होगा। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर अस्पताल पहुंचने वालों को टीकाकरण में वरीयता मिलेगी

Update:2021-03-31 21:29 IST

कोरोना वैक्सीनेशन

लखऩऊः केंद्र सरकार के फैसले के बाद एक अप्रैल से 45 साल से अधिक आयु के सभी लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगेगी। इसके लिए उत्तर प्रदेश में जिलावार तैयारी कर ली गयी है। गुरूवार यानी कल से यूपी के सभी जिलों में टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। एक ओर जहां झांसी में अप्रैल माह में करीब 1.44 लाख लोगों का वैक्सीनेशन होने की उम्मीद हैं तो वहीं हमीरपुर के 18 स्वास्थ्य केंद्रों में 18 सत्रों में ढाई हजार से अधिक लोगों को टीका लगाने की तैयारी की गई है।

इस माह झांसी में करीब 1.44 लाख को लगेगा कोविड का टीका

उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में कोरोना केसों में आ रही तेजी के बीचएक अप्रैल से 45 साल की उम्र पार कर चुके सभी लोगों के टीकाकरण का अभियान शुरू होगा। जनपद में अप्रैल माह में करीब 1.44 लाख लोगों को कोरोना से प्रतिरक्षित किया जायेगा। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर अस्पताल पहुंचने वालों को टीकाकरण में वरीयता मिलेगी। मौके पर भी लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन कर टीकाकरण किया जाएगा।

45 वर्ष से अधिक उम्र वालों को टीकाकरण

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जी के निगम ने बताया कि हेल्थ केयर, फ्रंट लाइन वर्कर्स, 45 से 59 साल के गंभीर बीमार और 60 साल से पार के लोगों के टीकाकरण के बाद अब एक अप्रैल से 45 साल की उम्र पार कर चुके सभी लोगों के टीकाकरण की तैयारी की गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इसके लिए पर्याप्त मात्रा में कोरोना वैक्सीन का भंडारण है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वालों को टीकाकरण में वरीयता दी जाएगी, जो लोग मौके पर आईडी लेकर पहुंचेंगे उनका सेंटर पर ही रजिस्ट्रेशन होगा और फिर उन्हें टीका लगाया जाएगा।



सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क टीका

उन्होंने कहा कि लोग कोरोना को लेकर लापरवाही न बरतें। सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क टीका लगाया जा रहा है। इसलिए जिनका भी टीका लगवाने का नंबर आता है, वह बगैर किसी डर या आशंका के टीका लगवाएं। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। टीकाकरण के बाद भी मास्क का उपयोग, हाथ धोना, और उचित दूरी बनाए रखना अनिवार्य है| टीका लगवा कर खुद के साथ ही दूसरों को भी कोरोना से बचाया जा सकता है| जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ अनुराधा ने बताया कि मई 2020 से जिले में दस्तक देने वाले कोरोना केसों में दिसंबर माह के बाद से लगाम लगी थी। मई, जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर और नवंबर माह तक कोरोना केसों में तेजी थी, लेकिन दिसंबर माह के बाद से इसमें कमी होनी शुरू हो गई थी। दिसंबर में कोरोना के 594 पॉजिटिव केस मिले थे। इसके बाद जनवरी में संख्या 284 थी| फरवरी में 36 और मार्च माह में 274 कोरोना केस मिल चुके हैं। मौजूदा समय जिले में 179 सक्रिय कोरोना के मरीज़ है और अभी तक 10,362 लोग कोरोना से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।

झांसी से बीके कुशवाहा की रिपोर्ट


हमीरपुर में अट्ठारह सत्रों में लगेगा 45 साल पार को टीका

वहीं हमीरपुर में कल 18 स्वास्थ्य केंद्रों में 18 सत्रों में ढाई हजार से अधिक लोगों को टीका लगाने की तैयारी की गई है। इसके लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने गांव-गांव लोगों को जागरूक भी किया है। हेल्थ केयर, फ्रंट लाइन वर्कर्स, 45 से 59 साल के गंभीर बीमार और 60 साल से पार के लोगों के टीकाकरण के बाद अब कल से 45 साल की उम्र पार कर चुके सभी लोगों के टीकाकरण की तैयारी है।

जिले के 18 स्वास्थ्य केंद्रों में होगा टीकाकरण

जिले में कोरोना की स्थिति फिलहाल सामान्य है। मार्च माह में अब तक 13 नए केसों की पुष्टि हुई है। जिसमें सात एक्टिव केस हैं। इनमें दो मरीजों को बांदा-कानपुर में भर्ती कराया गया है। दो मरीज होम आइसोलेशन में हैं और तीन मरीज की कोई जानकारी विभाग के पास नहीं है। इधर, देश के अन्य प्रदेशों में धीरे-धीरे कोरोना केसों में आ रही तेजी के बाद टीकाकरण को विस्तारित किया गया है।



 स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण की तैयारियां पूरी की

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.रामअवतार ने बताया कि 45 से 59 साल के गंभीर बीमार और 60 साल से ऊपर के करीब 14 हजार के आसपास लाभार्थियों के कोरोना के टीके लगाए गए हैं। मार्च माह में जो लक्ष्य दिया गया था, उसका आधे से ज्यादा प्राप्त किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि कल एक अप्रैल से 45 साल के पार लोगों के टीके लगाए जाएंगे। इसके लिए 18 स्वास्थ्य केंद्रों में 18 सत्रों में टीकाकरण होगा। इसकी सभी तैयारियां कर ली गई हैं। ढाई हजार से अधिक लोगों को टीका लगाने की तैयारी की गई है। गांव-गांव स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा बहू, आंगनबाड़ी ने लोगों को जागरूक किया है। कल से टीकाकरण में तेजी आएगी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.आरके सचान ने 45 साल के पार के लोगों से स्वास्थ्य केंद्रों में पहुंचकर टीका लगवाने की अपील की है ताकि कोरोना के प्रसार को रोका जा सका।

इन केंद्रों में लगेगा टीका

सीएचसी कुरारा, न्यू पीएचसी कुसमरा, सीएचसी नौरंगा, पीएचसी टोला, सीएचसी सरीला, पीएचसी ममना, पीएचसी सुमेरपुर, पीएचसी छानी, सीएचसी मौदहा, पीएचसी सिसोलर, सीएचसी गोहाण्ड, पीएचसी उमरिया, सीएचसी मुस्करा, पीएचसी बिहूंनीकला, जिला अस्पताल पुरुष, जिला महिला अस्पताल, सीएचसी राठ और पीएचसी अर्बन राठ।

टीकाकरण कराने के बाद नि:शुल्क प्रमाणपत्र जरूर लें

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि कोरोना का पहला टीका लगने के समय ही अस्पताल से प्रमाण पत्र लेना चाहिए। यह प्रमाण पत्र हार्ड कॉपी या ऑनलाइन नि:शुल्क लिया जा सकता है। यदि कोई अस्पताल नि:शुल्क प्रमाणपत्र देने में आनाकानी करे, तो इसकी शिकायत टोल फ्री नंबर 1075 पर की जा सकती है।

प्रमाणपत्र के आधार पर ही दी जाएगी टीके की दूसरी डोज़

सरकार द्वारा कोरोना टीकाकरण को लेकर जारी की गई नई गाइड लाइन के अनुसार एक अप्रैल से 45 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके तहत 1 जनवरी 1977 से पहले जन्मे सभी लोगों को टीकाकारण अभियान में शामिल किया जाएगा । यह लोग कोविन पोर्टल पर पहले से ऑनलाइन पंजीकरण कराकर या टीकाकरण केंद्र पर तत्काल पंजीकरण कराकर कोरोना का टीका लगवा सकते हैं। इसके बाद उन्हें टीकाकरण का प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।



अस्पताल द्वारा प्रमाणपत्र न देने पर कर सकते हैं शिकायत

मंत्रालय के अनुसार हर लाभार्थी के लिए यह प्रमाणपत्र लेना जरूरी है क्योंकि इस पर टीकाकरण की तिथि और वैक्सीन का नाम अंकित होता है, जिसके आधार पर लाभार्थी को टीके की दूसरी डोज दी जाएगी। सरकार ने सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को टीककरण का नि:शुल्क प्रमाणपत्र देना अनिवार्य किया है। यदि फिर भी कोई प्राइवेट अस्पताल प्रमाण पत्र देने से इनकार करता है तो इसके लिए लाभार्थी टोल फ्री हेल्पलाइन 1075 पर शिकायत दर्ज करा सकता है। मंत्रालय ने अपील की है कि टीका लगने के बाद आधे घंटे निगरानी कक्ष में रहने के दौरान हर लाभार्थी यह सुनिश्चित करे कि अस्पताल उसे टीकाकरण प्रमाणपत्र, उसकी सॉफ्ट कॉपी या लिंक जरूर दे।

कोविशील्ड की दो डोज के बीच का अंतराल भी बढ़ा

कोविशील्ड वैक्सीन के लिए दो डोज के बीच का अंतराल जो पहले 4 से 6 हफ्ते था, अब बढ़ाकर 4 से 8 हफ्ते कर दिया गया है। फिर भी कोरोना वायरस के खिलाफ अधिकतम प्रतिरक्षा पाने के लिए 6 से 8 हफ्तों के बीच ही दूसरी डोज लगवाना जरूरी होगा । 8 सप्ताह के बाद दूसरी डोज लेने से वायरस से संपूर्ण बचाव संभव नहीं होगा।

हमीरपुर से रविंद्र सिंह की रिपोर्ट

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