UP Election 2022: कांग्रेस को बड़ा झटका, पोस्टर गर्ल वंदना सिंह BJP में शामिल, सपा-बसपा के कई नेता ने भी थामा कमल
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। वंदना सिंह ने कांग्रेस का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया है।
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में आगामी 10 फरवरी से सात चरणों का विधानसभा चुनाव (UP Vidhan Sabha Chunav) शुरू होने वाला है। इससे पहले नेता अपने लिए सुरक्षित ठिकाना ढूंढने में लगे हुए हैं। इस बीच आज कांग्रेस, सपा, बसपा के कई नेताओं ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है। भारतीय जनता पार्टी कार्यालय (BJP Office) में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई (Laxmikant Bajpai) की उपस्थिति में कांग्रेस से वंदना सिंह समेत सपा, बसपा के कई नेताओं को बीजेपी की सदस्यता दिलाई गई।
आज जिन नेताओं ने भाजपा का दामन थामा है, उनमें प्रमुख नाम रायबरेली की सलोन से दो बार विधायक रहीं पूर्व मंत्री आशा किशोर और कांग्रेस की पोस्टर गर्ल वंदना सिंह का शामिल है। इसके साथ ही दिलीप कुमार सिंह सरोज, सुभासपा, बसपा से राघवेन्द्र सिंह उर्फ अंकित सिंह, सपा से एमएल गुप्ता, प्रदेश सचिव, समाजवादी साहू राठौर महासभा के राष्ट्रीय सलाहकार, जनतांत्रिक बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव समेत सैकड़ों की संख्या में इनके साथ आए नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। जॉइनिंग कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा की मौजूदगी में इन नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है।
टिकट ना मिलने से थे नाराज
बता दें इसमें से आशा देवी और बंदना सिंह समेत कई नेता ऐसे हैं जो अपनी पार्टियों में टिकट नहीं मिलने से नाराज होने के बाद आज भाजपा की ओर अपना रुख कर लिया हालांकि बीजेपी में भी अब इन्हें टिकट मिलने की कम संभावना है। क्योंकि पांचवें चरण तक मतदान के नॉमिनेशन खत्म हो चुके हैं। ऐसे में इन नेताओं के आने से भाजपा मजबूत तो होगी लेकिन उनके अरमान पूरे नहीं हो सकेंगे। सरकार बनने के बाद इन्हें उस जिम्मेदारी जरूर मिल सकती है।
वहीं आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपनी पार्टी का उन्नति पत्र जारी किया। इस दौरान उनसे वंदना सिंह के बीजेपी में शामिल होने पर सवाल किया गया तो उनका कहना था कि हर किसी को खुश नहीं किया जा सकता है। वह टिकट चाह रही थीं किसी कारणवश उन्हें टिकट नहीं मिला, जिससे वह पार्टी छोड़ कर चली गई।
प्रियंका ने कहा कि प्रत्याशी के रूप में एक सीट पर कई महिला दावेदार थीं लिहाजा काफी विचार-विमर्श के बाद जो नाम फाइनल किए गए हैं वह अब मैदान में है, और जिन्हें टिकट नहीं मिला वह नाराज हैं। वहीं रायबरेली की सलोन से पूर्व विधायक आशा किशोर भी टिकट चाह रहीं थीं जब उनकी जगह दूसरे को अखिलेश यादव ने प्रत्याशी बना दिया तो अभी साइकिल से उतरकर अब कमल खिलाने चल पड़ी हैं।
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