Lucknow: उन्नाव के दलित पीड़ित परिवार से मिलीं मायावती, मदद का दिया आश्वासन
UP Election 2022: यूपी चुनाव के बीच उन्नाव में दलित युवती के अपहरण और हत्या मामले को लेकर विपक्ष सरकार और पुलिस, प्रशासन को जहां घेरने में लगा है
UP Election 2022: यूपी चुनाव के बीच उन्नाव में दलित युवती के अपहरण और हत्या मामले को लेकर विपक्ष सरकार और पुलिस, प्रशासन को जहां घेरने में लगा है। वहीं बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पीड़ित परिवार को बुलाकर अपने आवास पर मुलाकात की है। मायावती ने घटना की पूरी जानकारी ली है और उन्हें तरह मदद का आश्वासन दिया है।
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पीड़िता की मां से फोन पर बात की थी और जल्द उनसे मिलने आने का वादा किया था। कांग्रेस ने तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी बनाया है जो पूरे मामले की रिपोर्ट प्रियंका गांधी को सौंपेगा लेकिन उससे पहले मायावती ने परिवार को बुलाकर आज मुलाकात की है।
क्या है पूरा मामला है?
बता दें उन्नाव के कांशीराम कॉलोनी निवासी दलित महिला की 25 वर्षीय बेटी बीते 8 दिसंबर 2021 को गायब हो गई थी 9 दिसंबर को उसकी मां अपनी फरियाद लेकर थाने पहुंची उस लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आरोप सपा के पूर्व मंत्री के बेटे पर था लिहाजा पुलिस वाले ने टालमटोल करते हुए पूर्व मंत्री स्वर्गीय फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह पर अपहरण का केस दर्ज किया।
यह मामला एक पूर्व मंत्री के बेटे और एससी एसटी से भी जुड़ा हुआ था लिहाजा इस केस की जांच जिस सीओ को मिली उन्होंने उसमें 33 दिन लगा दिए। जिसके बाद 25 जनवरी को पीड़िता की मां अचानक सपा कार्यालय पहुंची जब पूर्व सीएम और सपा प्रमुख की गाड़ी निकल रही थी उसी वक्त वह उनकी गाड़ी के आगे कूदकर जान देने की भी कोशिश की।
इस दौरान वहां मौजूद लोगों और सुरक्षाकर्मियों ने उसे बचा लिया। इस मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस वालों के भी हाथ-पांव फूले और 25 जनवरी को ही आरोपी राजोल सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
जिसके बाद आरोपी के गिरफ्तार होने के बाद भी जब बेटी का कोई सुराग नहीं लगा तो पुलिस ने 4 फरवरी को आरोपी की रिमांड लेकर पूछताछ शुरू की लेकिन उसमें भी उसके हाथ खाली लगे जिसके बाद एसओजी टीम ने सर्विलांस की मदद से आरोपी के एक दोस्त सूरज को गिरफ्तार किया और उसे कड़ाई से पूछताछ की तो सारा राज खुल गया।
आरोपियों ने उसकी उसकी हत्या कर शव को दफना दिया था जिसके बाद सूरज की निशानदेही पर राजोल के ही एक प्लॉट से 3 फीट गहरे गड्ढे से उसका शव बरामद कर उसका पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें चोट के निशान और गला तेज दबाने से उसकी हड्डी टूटने की भी बात सामने आई थी।
फिलहाल इस मामले को लेकर सभी विपक्षी दल बीजेपी सरकार को घेरने में लगे हैं तो वहीं बीजेपी आरोपी का सपा से ताल्लुक होने को लेकर समाजवादी पार्टी पर भी हमलावर है।