UP Election 2022: वेस्ट यूपी में BSP और MIM ने उतारे सपा गठबंधन से अधिक मुस्लिम उम्मीदवार, सपा गठबंधन को हो सकता है नुकसान

UP Election 2022: पश्चिमी यूपी में मुस्लिम वोटों का दावेदार माने जाने वाली सपा गठबंधन, बीएसपी, कांग्रेस और एमआईएम अल्पसंख्यक वोटों को पाने का भरसक प्रयास कर रही है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Published By :  Monika
Update: 2022-01-25 09:53 GMT

बीएसपी औऱ एमआईएम ने उतारे सपा गठबंधन से अधिक मुस्लिम उम्मीदवार

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) को लेकर चुनावी तैयारियां जोरों पर है। सियासी पार्टियां काफी सियासी गुणा भाग कर उम्मीदवारों का चयन कर रही है। पहले चरण यानि 10 फरवरी को वेस्ट यूपी के 58 सीटों ( west UP 58 seats) पर होने जा रहे मतदान के लिए राज्य के प्रमुख दलों ने उम्मीदवारों का ऐलान लगभग कर दिया। मुस्लिम मतों (Muslim votes)  के अधिकता के कारण बीजेपी (BJP) को छोड़ जहां अन्य दल मुस्लिमों को अपने पाले में रिझाने की कोशिश में लगे हुए हैं वहीं बीजेपी ध्रूवीकरण के सहारे यहां अपनी चुनावी नैया पार करवाने की कोशिश में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi)  के 80 बनाम 20 के नारे ने बीजेपी के एजेंडे को साफ कर दिया है।

मुस्लिम वोटों का बिखराव

पश्चिमी यूपी में मुस्लिम वोटों का दावेदार माने जाने वाली सपा (sp) गठबंधन, बीएसपी (BSP), कांग्रेस (Congress)  और एमआईएम अल्पसंख्यक वोटों को पाने का भरसक प्रयास कर रही है। राज्य में सत्ता की प्रमुख दावेदार मानी जा रही सपा ने वेस्ट यूपी (west UP)  के जाटों में खासा प्रभाव रखने वाले आरएलडी (RLD) के साथ गठबंधन कर जाट – मुस्लिम समीकरणों को साधने की कोशिश की है। सपा ने इस क्षेत्र में वोटों के बिखराव को रोकने के लिए मुस्लिम बहुल सीटों पर भी इस समुदाय के कैंडिडेट को कम उतारा है। सपा ने पहले चरण में केवल 13 मुस्लिमों को चुनाव अपना सिंबल दिया है।

सपा के इस कदम से वेस्ट यूपी के उनके नेता भी नाराज हैं। पिछली बार बेहद कम अंतर से हारने वाले कुछ उम्मीदवार इस बार टिकट की आस लगा रहे थे। लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी। सपा के इस कदम से मुस्लिम मतदाता में नाराजगी भी है। वहीं वेस्ट यूपी में मुस्लिमों का अच्छा वोट पाने वाली बसपा ने 17 मुस्लिम उम्मदवारों को टिकट दिया है। तो मुस्लिम मतदाताओं की अगुआ बनने की कोशिश कर रही एमआईएम ने अपने सभी 9 सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशी उतारे हैं। ऐसे में वेस्ट यूपी के कई सीटों पर एक से अधिक मुस्लिम मतदाता आमने सामने हैं। जिसका नुकसान सपा – रालोद गठबंधन को उठाना पड़ सकता है।

ये सीटें होंगी प्रभावित

लोनी, सरधना, धौलाना, किठौर, गढ़मुक्तेश्वर, सिवालखास जैसी कई सीटें जहां एक से ज्यादा मुस्लिम उम्मीदवार सपा रालोद की वोटों के बिखराव की रणनीति पर पलीता लगा सकते हैं।

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