UP News: विद्युत निजीकरण के विरोध में एक जनवरी को काली पट्टी बांध काम करेंगे बिजली कर्मी

UP Electricity Privatization: निजीकरण के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शित करने के लिए बिजली कर्मी काम के दौरान पूरे दिन काली पट्टी बांधेगें और कार्यालय समय के उपरान्त समस्त जनपदों एवं परियोजना मुख्यालयों पर विरोध सभा करेंगे।;

Newstrack :  Network
Update:2024-12-24 12:04 IST

एक जनवरी को काली पट्टी बांध काम करेंगे बिजली कर्मी  (photo: social media )

UP Electricity Privatization: विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने निर्णय लिया है कि बिजली के निजीकरण के विरोध में वर्ष 2025 के पहले दिन 01 जनवरी को समस्त ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मचारी, संविदा कर्मी और अभियन्ता पूरे दिन काली पट्टी बांध कर काम करेंगे। यह भी निर्णय लिया गया कि 27 दिसम्बर को गोरखपुर, 29 दिसम्बर को झांसी और 05 जनवरी को प्रयागराज में बिजली पंचायत आयोजित की जायेंगी।

संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि जिस प्रकार भ्रामक आकड़ें देकर और भय का वातावरण बनाकर विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण का निर्णय लिया गया है उसके प्रति बिजली कर्मियों ने लखनऊ में 22 दिसम्बर को सम्पन्न हुए बिजली महापंचायत में अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए निजीकरण के किसी भी स्वरूप को पूरी तरह से नकार दिया है। इसी क्रम में आज संघर्ष समिति की कोर बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 01 जनवरी को ‘काला दिवस’ मनाया जायेगा। पदाधिकारियों ने बताया कि आम उपभोक्ताओं को कोई तकलीफ न हो इस दृष्टि से बिजली कर्मी पूरे समय कार्य करेंगे । किन्तु निजीकरण के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शित करने के लिए बिजली कर्मी काम के दौरान पूरे दिन काली पट्टी बांधेगें और कार्यालय समय के उपरान्त समस्त जनपदों एवं परियोजना मुख्यालयों पर विरोध सभा करेंगे।

बिजली पंचायत आयोजित की जायेंगी

बिजली के निजीकरण से उपभोक्ताओं, किसानों और कर्मचारियों को होने वाले नुकसान से अवगत कराने और व्यापक जन-जागरण करने हेतु 27 दिसम्बर को गोरखपुर, 29 दिसम्बर को झांसी और 05 जनवरी को प्रयागराज में बिजली पंचायत आयोजित की जायेंगी। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने पुनः कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पूरा विश्वास है। बिजली कर्मी उनके कुशल नेतृत्व में लगातार बिजली व्यवस्था सुधार में लगे हुए हैं और निजीकरण का निर्णय निरस्त किया जाये तो पूरी निष्ठा से प्रयास कर बिजली कर्मी एक वर्ष में एटी एण्ड सी हानियां 15 प्रतिशत से नीचे लाने के लिए संकल्पबद्ध हैं। संघर्ष समिति में राजीव सिंह, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, गिरीश पांडेय, महेन्द्र राय, सुहैल आबिद, पी.के.दीक्षित, राजेंद्र घिल्डियाल, चंद्र भूषण उपाध्याय, आर वाई शुक्ला, छोटेलाल दीक्षित, देवेन्द्र पाण्डेय, आर बी सिंह, राम कृपाल यादव, मो वसीम, मायाशंकर तिवारी, राम चरण सिंह, मो इलियास, श्रीचन्द, सरजू त्रिवेदी, योगेन्द्र कुमार, ए.के. श्रीवास्तव, के.एस. रावत, रफीक अहमद, पी एस बाजपेई, जी.पी. सिंह, राम सहारे वर्मा, प्रेम नाथ राय, विशम्भर सिंह एवं राम निवास त्यागी आदि शामिल हैं।

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