UP Excise Department: यूपी का आबकारी विभाग कमाई में अव्वल, सुविधाओं में फिसड्डी, 30 फीसदी पद हैं खाली

UP Excise Department Revenue: उत्तर प्रदेश का राजस्व भरने में सबसे ज्यादा सहयोग करने वाला आबकारी विभाग ही बुनियादी सुविधाओं से मरहूम है।

Published By :  Shreya
Update:2022-05-07 22:44 IST

यूपी आबकारी विभाग (कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया)

UP Excise Department Revenue: उत्तर प्रदेश के सबसे कमाऊ विभागों में से एक आबकारी विभाग (UP Excise Department) में सुविधाओं का टोटा है, जो विभाग सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व वूसलकर देता है, उनके अधिकारी और कर्मचारी दूसरे विभागों की अपेक्षा बुनियादी सुविधाओं से मरहूम रह रहे हैं। उदाहरण के तौर पर देखें कानपुर महानगर में डिप्टी कमिश्नर का दफ्तर आज भी किराए के मकान में चल रहा है, किसी दफ्तर में सरकारी गाड़ी नहीं है, कहीं है तो वह चलने लायक नहीं है तो कहीं स्टॉफ की कमी। ऐसे में आबकारी विभाग (Excise Department) को कार्रवाई करने में विलंब और कठिनाई होती है।

आबकारी विभाग ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में शराब की दुकानों पर लगे लाइसेंस शुल्क (नई आबकारी नीति में लाइसेंस शुल्क पर बढ़ोत्तरी) और आबकारी कर से कुल 36,500 करोड़ रुपये का लाभ कमाया है, जो कि पहले 30,061.44 करोड़ रुपये था। इस तरह से अगर देखें तो 2017 में जब योगी सरकार (Yogi Government) ने कमान संभाली थी तो यह राजस्व 14300 करोड़ का था। अब 2021-22 में यह बढ़कर 36500 करोड़ तक पहुंच गया है।

यानि पिछले पांच साल में 22,000 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि करोड़ों का मुनाफा कमा कर सरकार के खजाने को कैसे इस विभाग ने भरा है, लेकिन इस कमाई का .8 प्रतिशत ही उन पर खर्च किया जाता है। जिससे यह विभाग स्टॉफ, ऑफिस, गाड़ियों की कमी से जूझ रहा है। इस वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 42500 करोड़ रुपया का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

(कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया)

2016 में निकाली गई थी आखिरी भर्ती

यूपी के आबकारी विभाग में सिपाही पद पर आखिरी भर्ती 2016 में निकाली गई थी। जिसमें 400 सिपाहियों की भर्ती की प्रक्रिया आखिरी दौर में चल रही है। लगभग छह साल बीत जाने के बाद कुछ समय में ये 400 सिपाही विभाग में शामिल कर लिए जाएंगे। जिससे सिपाहियों की कमी दूर हो सकेगी।

हालांकि विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, इन 6 सालों में काफी संख्या में कर्मचारी सेवानिवृत भी हुए हैं, जिससे स्टॉफ की कमी और हो गई है। वहीं दारोगा के 100 पदों पर 2021 में भर्ती निकाली गई थी। जिनकी अभी ट्रेनिंग चल रही है। इनके आने के बाद आबकारी विभाग में दारोगा की कमी भी दूर होगी। यूपी आबकारी विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेशभर में लगभग 30 फीसदी पद खाली हैं।

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