पूर्व IAS सत्येंद्र सिंह के ठिकानों पर CBI छापा, बड़ा खुलासा, अधिकारियों में हड़कंप

सीबीआई की अलग अलग टीमों ने रिटायर्ड आईएएस अफसर सत्येंद्र सिंह के नौ ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की। जिसमें 100 करोड़ की संपत्तियों को खुलासा हुआ।

Update:2021-02-02 20:04 IST

लखनऊ। पिछली अखिलेश सरकार के एक और आंख के तारे अधिकारी सत्येन्द्र सिंह की अकूत सम्पत्ति को लेकर आज सीबीआई ने उनके कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इसके बाद सीबीआई की टीम ने कई दस्तावेजों को बरामद कर उनकी जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

सीबीआई की अलग अलग टीमों ने रिटायर्ड आईएएस अफसर सत्येंद्र सिंह के नौ ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की। रिटायर्ड आईएएस सत्येंद्र कुमार सिंह और उनके करीबियों के ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की।

पूर्व आईएएस सत्येन्द्र सिंह के ठिकानों पर सीबीआई की छापामारी

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार रिश्तेदारों के नाम पर ली गयी 44 संपत्तियों के दस्तावेज और 36 खातों के बारे में जानकारी मिली है। संपत्तियों की कीमत 100 करोड़ से अधिक की बताई जा रही है।

ये भी पढ़ें- टॉप FMCG कंपनियां मालामाल: खूब हुआ मुनाफ़ा, रोजमर्रा के सामान की बढ़ी बिक्री

100 करोड़ से अधिक की संपत्ति का खुलासा

उन पर 2012 से 2014 के बीच कौशांबी का डीएम रहते हुए घोटाले का आरोप लगा है। सीबीआई की छापेमारी में 44 अचल संपत्तियों, 10 लाख रुपये नगद बरामद, 51 लाख रुपये की बैंक एफडी के मिले कागजात, 36 बैंक खाते सत्येंद्र सिंह और उसके परिवार के नाम पर मिले।

CBI ने 2.11 करोड़ रुपए के सोने चांदी के जेवर बरामद किए

सीबीआई सूत्रों ने बताया कि अब तक की छापेमारी में लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद ,नई दिल्ली के बैंकों में छह लॉकर्स की जानकारी मिली है। जबकि अन्य ठिकानो की तलाश की जा रही है। इस दौरान लखनऊ आवास पर हुई सीबीआई की छापेमारी में उनके पास से 2.11 करोड़ रुपए के सोने चांदी के जेवर भी बरामद हुए है। इसके अलावा पुरानी करेंसी के भी एक लाख रुपये भी लॉकर में मिले ।

ये भी पढ़ें- राकेश टिकैत का ऐलान: अभी नहीं खत्म होगा आंदोलन, बताया- कब तक रहेगा जारी

लखनऊ के पूर्व डीएम व एलडीए के पूर्व वीसी रह चुके सत्येंद्र सिंह

बता दें कि सत्येंद्र सिंह लखनऊ के पूर्व डीएम व एलडीए के पूर्व वीसी रह चुके हैं। उनकी पहली पोस्टिंग 24 दिसंबर 2014 से 30 सितंबर 2015 तक और दूसरी पोस्टिंग 22 दिसंबर 2016 से 18 अप्रैल 2017 तक रही। आखिरी पोस्टिंग बतौर सचिव राष्ट्रीय एकीकरण थी। छापेमारी कार्रवाई के बाद सत्ता से लेकर राजनीतिक दलों तक खलबली मच गयी है।

श्रीधर अग्निहोत्री

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News