Lucknow University: राज्यपाल आनंदी पटेल ने किया नवनिर्मित अभियांत्रिकी संकाय का लखनऊ विश्वविद्यालय में लोकार्पण
Lucknow University: प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के द्वितीय परिसर में इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल सांइसेज हेतु भवन का शिलान्यास व नवनिर्मित अभियांत्रिकी संकाय के भवन का लोकार्पण किया।
Lucknow University: प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के द्वितीय परिसर में इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल सांइसेज हेतु भवन का शिलान्यास व नवनिर्मित अभियांत्रिकी संकाय के भवन का लोकार्पण किया। इस मौके पर समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि भवन का निर्माण कार्य निर्धारित समय-सीमा और प्रस्तावित लागत के अंदर ही पूरा होना चाहिए। निर्माण कार्य में देरी से बढ़ी हुई लागत का बोझ देश की अर्थ-व्यवस्था पर पड़ता है। उन्होंने शिक्षा के साथ विद्यार्थियों को नैतिक, आदर्श और मर्यादा का ज्ञान कराने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा इससे भविष्य में वे निडर होकर ईमानदारी से अपने कार्यों को करेंगे।
विश्विद्यालय में देश के अन्य शिक्षण संस्थानों को मार्ग दर्शन देने की क्षमता - राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की उच्च नैक रैकिंग पर विशेष चर्चा करते हुए कहा कि नैक एक सतत् प्रक्रिया है, इसलिए सभी शिक्षक यह स्तर बनाए रखने के लिए विश्वविद्यालय की गुणवत्ता को निरन्तर बनाए रखें। इसी क्रम में राज्यपाल ने प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों में गुणवत्ता सुधार के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय को नेतृत्व करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में इस समय देश के शिक्षण संस्थानों को मार्ग दर्शन प्रदान करने की क्षमता है। उत्तर प्रदेश के विद्यार्थी अन्य राज्यों में या विदेश में शिक्षा के लिए पलायन न करें। इसके लिए प्रदेश के शिक्षा-संस्थानों में गुणवत्ता सुधार होना आवश्यक है।
गठिया की दवाई, सैनिटाइजर व फ्लेवर्ड ऐल्कलाइन पानी का किया लोकार्पण - राज्यपाल ने समारोह में विश्वविद्यालय की फार्मेसी में छात्रों द्वारा बनाए गए सेैनेटाइजर, गठिया की दवाई और फ्लेवर्ड ऐल्कलाइन पानी का लोकार्पण भी किया। कुलपति प्रो. आलोक राय ने राज्यपाल के समक्ष विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत करते हुए छात्रों के इन उत्पादों का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय एक समय सम्पूर्ण विश्वविद्यालय था। धीरे-धीरे यहां से तकनीकी, चिकित्सा जैसे महत्वपूर्ण विषय अलग हो गए। अब ऐसे विषयों को भी पुनः नवीन विषयों के साथ जोड़कर विश्वविद्यालय के पुराने गौरव को प्राप्त करने का प्रयास होगा।इस मौके पर कार्यक्रम में लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. संजय मेधावी, सभी संकायाध्यक्ष, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, सभी डीन, निदेशक, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, अधिकारी एवं कर्मचारीगण और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।