यूपी विधान परिषद: इस बार दिखेगा अलग नज़ारा, पिता-पुत्र, भाई-भाई साथ बैठे आयेंगे नज़र

UP Legislative Council: यशवंत सिंह इस बार मऊ- आजमगढ़ सीट से भाजपा के उम्मीदवार अरुण कांत यादव के खिलाफ अपने बेटे विक्रांत सिंह उर्फ रिशु को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतारा और अपने दम पर यह सीट जीत ली है ।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Monika
Update: 2022-04-13 07:19 GMT

यूपी विधानसभा (फोटो: सोशल मीडिया )

UP Legislative Council: उत्तर प्रदेश विधानमंडल ( UP Legislative) में इस बार कुछ अलग नजारा दिखने वाला है । इसमें उच्च सदन में परिवार का एक सदस्य तो निचले सदन में परिवार का दूसरा सदस्य दिखाई देगा। विधान परिषद में इस बार पिता यशवंत सिंह (Yashwant Singh) और उनके बेटे विक्रांत सिंह रिशु (Vikrant Singh Rishu)  एक साथ बैठे नजर आएंगे ।

दरअसल पिछले 20 वर्षों से विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह इस सदन के सदस्य होते आ रहे हैं । लेकिन इस बार उन्होंने मऊ- आजमगढ़ सीट से भाजपा के उम्मीदवार अरुण कांत यादव के खिलाफ अपने बेटे विक्रांत सिंह उर्फ रिशु को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतारा और अपने दम पर यह सीट जीत ली है । हालांकि इस कारण उन्हें भाजपा ने निष्कासित भी कर दिया पर यह फैसला उनके लिए एक बड़ा मील का पत्थर साबित हो रहा है। इसी तरह फर्रुखाबाद जिले मैं एक ही परिवार के दो चचेरे भाइयों के भाजपा विधायक चुने जाने से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है ।

फर्रुखाबाद सदर सीट से भाजपा प्रत्याशी और पूर्व मंत्री स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी के बेटे सुनील दत्त द्विवेदी दूसरी बार विधानसभा के सदस्य के तौर पर सदन में बैठेंगे। उनकी मां प्रभा द्विवेदी भी मंत्री रह चुकी है। जबकि उनके चचेरे भाई और भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रांशु दत्त द्विवेदी इटावा फर्रुखाबाद सीट से चुनाव जीत कर आए हैं । वह भी उच्च सदन यानी की विधान परिषद में विराजमान होंगे।

विधान परिषद में ये भी साथ बैठेंगे 

बात यहीं नहीं खत्म होती है प्रतापगढ़ सीट से जनसत्ता दल के उम्मीदवार अजय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी भी विधान परिषद के सदस्य चुने गए हैं जबकि उनके चचेरे भाई वह जनता दल के अध्यक्ष और कुंडा विधानसभा सीट से 1991 से लगातार चुनाव जीतने वाले रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए हैं । एक परिवार की इसी कड़ी में एक नाम और आता है और वह है रायबरेली जिले के हाल ही में विधान परिषद सदस्य बने दिनेश प्रताप सिंह का। वह पुराने कांग्रेसी हैं पर इस बार वह भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद पार्टी ने उन्हें यहां विधान परिषद का अपना प्रत्याशी बनाया था। इससे पूर्व दिनेश प्रताप सिंह के छोटे भाई राकेश सिंह रायबरेली कि हरचंदपुर से से विधायक चुने जा चुके हैं वह भी पूर्व में कांग्रेसी विधायक रहे हैं। जबकि भाजपा विधायक सुशील सिंह और वाराणसी सीट से उनकी चाची अन्नपूर्णा सिंह विधान परिषद सदस्य के तौर पर सदन में उपस्थित रहेंगी।

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