UP MLC Result 2022: अखिलेश यादव के बड़े-बड़े सूरमा हुए ढेर, 1000 वोट का आंकड़ा भी नहीं छू पाए
UP MLC Result 2022: विधान परिषद चुनाव में बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच सीधा मुकाबला था। क्योंकि, बसपा और कांग्रेस अपने प्रत्याशी नहीं उतारे थे।
UP MLC Result 2022 : उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 27 सीटों पर हुए चुनाव में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रत्याशियों की करारी हार हुई है। 36 सीटों में 33 पर कमल खिला है। इसमें 9 उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो गए थे। जिन 27 सीटों पर चुनाव हुए, उनमें 24 पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) उम्मीदवार जीते हैं। शेष 3 सीट निर्दलीय (Independent) के खाते में गई है।
विधान परिषद चुनाव में बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच सीधा मुकाबला था। क्योंकि, बसपा और कांग्रेस अपने प्रत्याशी नहीं उतारे थे। चुनाव के जो नतीजे आए हैं, उसे देखकर साफ हो गया, कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के आस-पास हमेशा दिखने वाले बड़े नेताओं की करारी हार हुई है। जबकि इनसे बेहतर प्रदर्शन नए उम्मीदवारों का रहा। नए चेहरों ने कई बड़े नेताओं से ज्यादा वोट हासिल किए।
उदाहरण के तौर पर देखें तो सुल्तानपुर-अमेठी सीट से पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की बहू शिल्पी प्रजापति को 1,119 और देवरिया-कुशीनगर सीट से डॉ. कफील खान को 1,031 वोट मिले। जबकि, समाजवादी पार्टी के कई दिग्गजों की करारी हार हुई। इन नेताओं के संबंध सीधे अखिलेश यादव से भी रहे हैं। चलिए, आपको सपा के उन कद्दावर नेताओं के बारे में बताते हैं, जिनकी एमएलसी चुनाव में बुरी हार हुई।
ये नेता नहीं छू पाए 1000 का आंकड़ा
लखनऊ- उन्नाव सीट से सुनील साजन को 400 वोट मिले
बस्ती-संत कबीर नगर-सिद्धार्थ नगर से संतोष यादव सन्नी को 887 वोट मिले
बाराबंकी से राजेश यादव राजू को मात्र 527 मिले
बलिया से अरविंद गिरी को सिर्फ 278 वोट मिले
वाराणसी से उमेश यादव को 345 वोट मिले
गोरखपुर से रजनीश यादव को 407 वोट मिले
आगरा से दिलीप यादव को 205 वोट मिले
प्रतापगढ़ से विजय बहादुर यादव को 380 वोट मिले
जौनपुर से सपा प्रत्याशी मनोज यादव को 772 वोट मिले
गोंडा-बलरामपुर सीट से डा. भानु कुमार त्रिपाठी को 171 वोट मिले
सीतापुर से अरुणेश यादव को मात्र 61 मत प्राप्त हुए।
इटावा-फर्रुखाबाद सीट से हरीश यादव को 657 वोट मिले।
आजमगढ़ में राकेश यादव को मात्र 356 वोट मिले।
किस पार्टी के कितने सदस्य सदन में?
इस तरह से अब विधानसभा के बाद विधान परिषद में भी भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिलने की पूरी संभावना है। वर्तमान में 100 सदस्यीय सदन में भाजपा के 34 सदस्य हैं। सपा के 17, बसपा के चार और कांग्रेस, अपना दल व निषाद पार्टी के एक-एक सदस्य हैं। वहीं, शिक्षक दल के दो, जबकि निर्दल समूह का एक और एक निर्दलीय सदस्य भी विधान परिषद में मौजूद है।