UP: मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में हुआ ये बदलाव, सरकार ने बढ़ा दी आय सीमा
UP मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत पात्रता के लिए आय सीमा को दो लाख रुपए प्रतिवर्ष से बढ़ाकर तीन लाख रुपए प्रतिवर्ष कर दी गई है।
UP Mukhyamantri Bal Seva Yojana 2021: कोरोना काल के दौरान ऐसे निराश्रित बच्चों, जिनके माता-पिता अथवा विधिक अभिभावक का निधन हो गया है, उनके पालन पोषण व शिक्षा-दीक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा 'उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना' लागू की गई है। योजना के तहत पात्रता के लिए आय सीमा को दो लाख रुपए प्रतिवर्ष से बढ़ाकर तीन लाख रुपए प्रतिवर्ष कर दी गई है।
इसके साथ ही राज्य सरकार की तरफ से यह भी कहा गया है कि यदि बच्चे की माता जीवित हैं, तो उन्हें पात्रता के आधार पर निराश्रित महिला पेंशन एवं अन्य योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा। जबकि बच्चों को निःशुल्क दवाई किट उपलब्ध कराने का विशेष अभियान प्रारम्भ हो गया है। ब्लैक फंगस (Black Fungus) के मरीजों को केंद्र सरकार (Central Government) द्वारा उपलब्ध कराई गई दवाओं के अतिरिक्त, विशेषज्ञों के परामर्श के अनुसार वैकल्पिक दवा भी उपलब्ध कराई जा रही है।
वैक्सीनेशन पर विशेष ध्यान देने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने आज यहां कहा कि बाजारों आदि सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ एकत्र न होने पाए। इसके लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अधिक से अधिक लोगों के कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) के लिए योजनाबद्ध एवं प्रभावी ढंग से कार्यवाही की जानी चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वैक्सीनेशन पर विशेष ध्यान दिया जाए। ग्रामीण जनता को कोरोना वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करने के लिए जागरूकता अभियान संचालित किया जाए।
इसके तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में व्यापक रूप से पोस्टर आदि के माध्यम से कोरोना वैक्सीनेशन की जानकारी दी जाए। पोस्टर में कोरोना वैक्सीन ले चुके ऐसे लोगों की फोटो भी लगाई जाए जो ग्रामवासियों के लिए प्रेरक हों।
प्रदेश में बीते 24 घंटे में सामने आए 310 नए मामले
उधर बीते 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 310 नए मामले प्रकाश में आए हैं। इसी अवधि में 927 संक्रमित व्यक्तियों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया। इस समय संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 6,496 है। पिछले 24 घण्टों में 2,86,396 कोविड टेस्ट किये गये हैं। इसमें संक्रमण की पॉजिटिविटी दर मात्र 0.1 प्रतिशत रही। राज्य में अब तक कुल 5 करोड़, 41 लाख, 45 हजार 947 कोरोना टेस्ट किए गए हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.3 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि एक अधिकारी नामित कर इस कार्य की प्रगति की नियमित समीक्षा की जाए। नगर निकायों में स्थित सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के सम्पर्क मार्ग के सुदृढ़ीकरण का कार्य नगर विकास विभाग द्वारा कराया जाए। साथ ही निर्देश दिए कि आपदा से पीड़ित लोगों को 24 घंटे के भीतर अनुमन्य आर्थिक सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए। सहायता राशि का वितरण स्थानीय जनप्रतिनिधि के माध्यम से कराया जाना चाहिए।
गाजीपुर में नदी से बचाई गई नवजात बालिका के पालन-पोषण की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश देते हुए सीएम योगी कहा कि बालिका को सुरक्षित निकालने वाले नाविक को आवास दिया जाए। नाविक के पास अपना आवास होने पर पात्रता के आधार पर किसी अन्य योजना से लाभान्वित किया जाए।
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