UP Nikay Chunav 2022: लखनऊ मेयर टिकट के लिए पार्टियों में घमासान, ये प्रमुख दावेदार
UP Nagar Nikay Chunav 2022: लखनऊ मेयर पद का आरक्षण अनारक्षित होने के बाद सभी सियासी दलों में दावेदारों की भीड़ आवेदन करने के लिए लग गई है।
UP Nagar Nikay Chunav 2022: लखनऊ मेयर पद का आरक्षण अनारक्षित होने के बाद सभी सियासी दलों में दावेदारों की भीड़ आवेदन करने के लिए लग गई है। इस बार सीट अनारक्षित होने के कारण टिकट मांगने वालों की संख्या में ज्यादा होने के कारण पार्टियों को नाम तय करने में बहुत माथापच्ची करनी पड़ेगी। पिछली बार लखनऊ मेयर की सीट महिला आरक्षित होने के बाद 19 महिला मैदान में होने पर भाजपा की संयुक्ता भाटिया ने जीत दर्ज की और महापौर बनी। जबकि सपा से मीरा वर्धन, कांग्रेस से प्रेमा अवस्थी और बसपा से बुलबुल गोदियाल को चुनाव मैदान में थीं।
सभी नगर निगम का आरक्षण
इस निकाय चुनाव में नगर निगम में महापौर की 17 सीट का आरक्षण जारी कर दिया गया है। इस बार 8 सीट अनारक्षित, तो वहीं 3 सीट महिलाओं के लिए आरक्षित की गई है। तो वहीं अनुसूचित जाति के लिए 2 सीट और पिछड़ा वर्ग के लिए 4 सीट का आरक्षण दिया गया है। इस बार लखनऊ और गोरखपुर की प्रतिष्ठित सीट अनारक्षित के खाते में गई है। इस बार शाहजहांपुर नगर निगम की सीट पर पहली बार चुनाव होगा।
समाजवादी पार्टी से मेयर पद के दावेदार
यूपी की तीन सीट के उपचुनाव के परिणाम आने के बाद सपा लखनऊ से मेयर पद के प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर सकती है। निकाय चुनाव 2017 में लखनऊ मेयर पद के लिए सपा से मीरा वर्धन चुनाव मैदान में थी। इस बार जो नाम अब तक सामने आए हैं, उनमें पूर्व मेयर उम्मीदवार मीरा वर्धन, पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्र, केकेसी के पूर्व अध्यक्ष अमरपाल सिंह, निर्वतमान नगर अध्यक्ष सुशील दीक्षित के साथ डॉक्टर आशुतोष वर्मा, पूजा शुक्ला, प्रमोद चौधरी और पूर्व एमएलसी कांति सिंह, आदि के नाम प्रमुख रुप से इस दौड़ में अब तक बताएं जा रहे है।
कांग्रेस पार्टी से मेयर पद के प्रमुख दावेदार
कांग्रेस पार्टी लखनऊ मेयर पद के उम्मीदवार के नाम का फैसला बीजेपी का प्रत्याशी तय होने के बाद होने की उम्मीद है। इस बार महापौर पद के प्रत्याशी का फैसला पार्टी के उच्च पदाधिकारी परिस्थितियों के आधार पर करेंगे। आपको बता दें, पिछली बार कांग्रेस से प्रेमा अवस्थी चुनावी मैदान में थी। इस बार जो नाम अब तक सामने आए हैं, उनमें पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ला, पूर्व शहर अध्यक्ष बुधलाल शुक्ला, प्रेमा अवस्थी, शिव पांडेय, अजय श्रीवास्तव अज्जू और हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए राजेश जयसवाल आदि के नाम शामिल हैं।
भाजपा से मेयर पद के यह प्रमुख दावेदार
लखनऊ मेयर पद के टिकट के लिए सबसे अधिक घमासान अब तक भाजपा में नजर आ रहा है। लखनऊ की इस सीट पर पिछले 15 सालों से भाजपा का कब्जा है। तो वहीं 110 वार्डों में सबसे अधिक पार्षद भी इस पार्टी के ही जीतते आ रहे हैं। निकाय चुनाव 2017 में इस सीट के महिला होने पर बीजेपी की संयुक्ता भाटिया ने जीत दर्ज की थी। इस बार पार्टी में कई नये चेहरे टिकट पाने के लिए लाइन में हैं। इस बार जो नाम अब तक सामने आए हैं, उनमें मेयर संयुक्ता भाटिया, मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव, पूर्व मेयर अखिलेश दास गुप्ता की पत्नी अल्का दास गुप्ता, मंत्री और सांसद राजनाथ सिंह की पुत्र पंकज सिंह, नीरज गुप्ता, अमित गुप्ता और सुधीर हलवासिया आदि के नाम प्रमुख रुप से चल रहे है।