CM योगी भ्रष्ट अधिकारियों पर सख्त: राकेश कुमार को विद्युत के निदेशक पद से हटाया, कटेगी पूरी पेंशन
UP News Today: प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलते हुए पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निदेशक (तकनीकी) पद पर तैनात राकेश कुमार को पद से हटा दिया है।
UP News Today: प्रदेश सरकार (UP Government) ने भ्रष्टाचार (Corruption) पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलते हुए पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (Paschimchal Vidyut Vitran Nigam Limited) के निदेशक (तकनीकी) पद पर तैनात राकेश कुमार को पद से हटा दिया है। राकेश कुमार को नोएडा के अधीक्षण अभियंता के पद पर रहते हुए, वित्तीय अनियमितता का दोषी पाया गया है। जिस पर उनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही थी।
मुख्यमंत्री योगी व ऊर्जा मंत्री की सहमति से हुई कार्रवाई
बता दें कि राकेश कुमार के खिलाफ यह कार्रवाई मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री की संस्तुति के आधार पर की गई है। ऊर्जा मंत्री (energy minister) ने कहा है कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता व लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
100 प्रतिशत पेंशन की होगी कटौती
शासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राकेश कुमार के द्वारा अधीक्षण अभियंता (Superintendent Engineer) के पद पर रहते की गई वित्तीय अनियमितताओं के मद्देनजर, इनको देय पेंशन में से 100 प्रतिशत कटौती के दंड के साथ 10 जनवरी, 2022 को उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन ने आदेश निर्गत किया है।
राकेश कुमार 31 मार्च, 2021 को पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मुख्य अभियंता के पद से 60 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त हुए थे। इसके पश्चात इनको शासन द्वारा निदेशक (तकनीकि) के पद पर तैनात किया गया था। निदेशक पद पर नियुक्ति 3 वर्षों अथवा 62 वर्ष से पहले, जो भी व्यक्ति हो, उसकी की जाती है।