UP News: उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेस-वे का जाल फैलाने का काम जल्द होगा पूरा, जानिए क्या है योगी सरकार की तैयारी

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद एक्सप्रेस वेज का जाल फैलाने का काम शुरू हो चुका है, अब इस काम को समय से पूरा करने के लिए योगी सरकार प्रयासरत है। अधिकारियों से कहा गया है कि जल्द से जल्द इस काम को पूरा किया जाए।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Ashiki
Update: 2021-08-03 17:49 GMT

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस- वे (Photo- Social Media)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद एक्सप्रेस वेज का जाल फैलाने का काम शुरू हो चुका है, अब इस काम को समय से पूरा करने के लिए योगी सरकार प्रयासरत है। अधिकारियों से कहा गया है कि जल्द से जल्द इस काम को पूरा किया जाए। इसे लेकर मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप की बैठक में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे तथा गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना की प्रगति की समीक्षा की गई।

इस मौके पर मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने एक्सप्रेस वेज को निर्धारित समयावधि में पूरा करने के साथ ही कहा कि निर्माण कार्यों में गति लाकर सभी परियोजनाओं को शीघ्रता से पूरा किया जाये। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की समीक्षा में उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे में फैसीलिटी टॉयलेट एवं पेट्रोल पम्प की स्थापना का कार्य भी समानान्तर पूरा किया जाये। उन्होंने एक्सप्रेस-वे पर साइनेज तथा मार्ग प्रकाश का कार्य भी शीघ्रता से पूरा करने को कहा है।

बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण की समीक्षा में बताया गया कि 31 जुलाई तक 68.62 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है तथा सड़क की एक साइड 28 फरवरी, 2022 तथा दोनों साइड 30 अप्रैल, 2022 तक यातायात के लिए खोल दी जायेगी। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना के कार्य 30 सितम्बर, 2022 तक पूरे हो जायेंगे।

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वेे की समीक्षा में बताया गया कि 31 जुलाई, 2021 तक 26.70 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है तथा उक्त से सम्बन्धित समस्त कार्य द्रुत गति से चल रहे हैं। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का मुख्य कैरिज-वे माह मार्च, 2022 तक यातायात के लिए खोल दिया जायेगा।

गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना की प्रगति समीक्षा में बताया गया कि 31 जुलाई तक 90.74 प्रतिशत भूमि क्रय अधिग्रहित की जा चुकी है। बुलन्दशहर एवं अमरोहा में 96 प्रतिशत से अधिक, संभल व बदायूं में 95 से अधिक, प्रयागराज में 94 प्रतिशत से अधिक, शाहजहांपुर में 91 प्रतिशत से अधिक तथा रायबरेली में 90 प्रतिशत से अधिक भूमि परियोजना के लिए उपलब्ध हो गई है। हापुड़ व हरदोई में 89 उन्नाव में 88, मेरठ में 83 तथा प्रतापगढ़ में 82 प्रतिशत से अधिक भूमि उपलब्ध है। इस प्रकार एक्सप्रेस-वे के लिए प्रस्तावित कुल क्षेत्रफल 7287.93 हेक्टेयर के सापेक्ष 6612.95 हेक्टेयर भूमि की व्यवस्था की जा चुकी है।

मुख्य सचिव ने गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए निविदा की प्रक्रिया को तेजी से निष्पादित कराने के निर्देश दिये। अपर मुख्य सचिव एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्णता की ओर है तथा 31 अगस्त, 2021 तक मेन कैरिज-वे यातायात के लिए खोल दिया जायेगा। फैसीलिटी टॉयलेट एवं पेट्रोल पम्प स्थापना की कार्यवाही प्रचलित है। साइनेज एवं मार्ग प्रकाश से सम्बन्धित कार्य भी चल रहे हैं।

बैठक में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास अरविन्द कुमार, अपर मुख्य सचिव कार्यक्रम क्रियान्वयन सुरेश चन्द्रा, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित सभी सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी आदि उपस्थित थे।  

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