UP Nikay Chunav Result 2023: निकाय चुनाव के परिणाम पर बिफरीं मायावती, राज्य सरकार पर लगाया धांधली का आरोप
UP Nikay Chunav Result 2023: बसपा प्रमुख मायावती ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी तंत्र का दुरूपयोग कर इस चुनाव को जीता गया है और उनकी पार्टी इस पर चुप नहीं बैठेगी। गौरतलब है कि बीएसपी निकाय चुनाव में भी सपा से पिछड़कर तीसरे नंबर पर रही है।
UP Nikay Chunav Result 2023: शनिवार 13 मई को कर्नाटक के साथ–साथ उत्तर प्रदेश में भी चुनाव नतीजों का दिन था। प्रदेश की 760 सीटों पर हुए निकाय चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया है। पार्टी ने नगर निगम की सभी 17 सीटों पर क्लीन स्विप किया है। इस विराट जीत से जहां भगवा खेमे में जबरदस्त उत्साह और जश्न का माहौल है, वहीं विपक्ष राज्य सरकार पर हमलावर है। विपक्षी नेताओं ने योगी सरकार पर चुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी राज्य सरकार पर चुनाव में धांधली के आरोप लगाए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने एक के बाद एक सिलेसिलेवार ट्वीट में राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी तंत्र का दुरूपयोग कर इस चुनाव को जीता गया है और उनकी पार्टी इस पर चुप नहीं बैठेगी। गौरतलब है कि बीएसपी निकाय चुनाव में भी सपा से पिछड़कर तीसरे नंबर पर रही है। कल जब रूझान आने शुरू हुए थे तब पार्टी आगरा समेत दो नगर निगम की सीट पर काफी समय तक आगे रही थी लेकिन पार्टी इसे परिणाम आने तक बरकरार नहीं रख सकी।
समय आने पर बीजेपी को जवाब मिलेगा
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने पहले ट्वीट में लिखा, यूपी निकाय चुनाव में भाजपा के साम, दाम, दण्ड, भेद आदि अनेकों हथकण्डों के इस्तेमाल के साथ ही साथ इनके द्वारा सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग से बीएसपी चुप होकर बैठने वाली नहीं है, बल्कि वक्त आने पर इसका जवाब बीजेपी को ज़रूर मिलेगा।
बैलेट पेपर से चुनाव होते तो बीएसपी जीतती
अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, तमाम विपरीत हालात का सामना करते हुए बीएसपी पर भरोसा करके पार्टी उम्मीदवारों को वोट करने के लिए लोगों का तहेदिल से आभार व शुक्रिया। अगर यह चुनाव भी फ्री एण्ड फेयर होता तो नतीजों की तस्वीर कुछ और होती। बैलेट पेपर से चुनाव होने पर बीएसपी मेयर चुनाव भी ज़रूर जीतती।
मायावती ने सपा को भी लपेटा
अपने तीसरे ट्वीट में मायावती ने बीजेपी के साथ-साथ समाजवादी पार्टी को भी लपेटा। उन्होंने लिखा, वैसे चाहे भाजपा हो या सपा दोनों ही पार्टियाँ सत्ता का दुरुपयोग करके ऐसे चुनाव जीतने में एक-दूसरे से कम नहीं हैं, जिस कारण सत्ताधारी पार्टी ही धांधली से अधिकतर सीट जीत जाती है और इस बार भी इस चुनाव में ऐसा ही हुआ, यह अति-चिन्तनीय है।
मायावती ने नहीं किया था चुनाव प्रचार
निकाय चुनाव को लेकर प्रचार मैदान में विपक्षी नेता लगभग नदारद दिखे। केवल भाजपा नेताओं के उड़नखटौले ही आसमान में नजर आए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद सिंह तक सरकार और संगठन के लोगों ने पूरा जोर लगा दिया था। वहीं, बात विपक्ष की करें तो सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव एकदम आखिरी समय में वो भी गिने चुने सीटों पर प्रचार के लिए निकले। वहीं, बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने तो पहली ही ऐलान करवा दिया था कि वो निकाय चुनाव के लिए प्रचार में नहीं जाएंगी। बीएसपी का चुनाव से जुड़ा सारा काम मध्यम स्तर के नेता देख रहे थे।
निकाय चुनाव के क्या रहे परिणाम ?
यूपी में 17 नगर निगम, 199 नगरपालिका और 544 नगर पंचायत की सीटें हैं। इन पर दो चरणों में 4 मई और 11 मई को मतदान हुआ था। भाजपा ने नगर निगम की सभी 17 सीटों पर क्लीन स्वीप किया है। नगर पालिका की 199 सीटों में से 88 पर बीजेपी, 36 पर सपा और 16 पर बसपा को जीत मिली है। वहीं, नगर पंचायत की 544 सीटों में से 184 सीट पर भाजपा, 76 पर सपा और 36 पर बसपा ने जीत हासिल की है।