पुलिस का काम कर रहा कोरोना, वांटेड की तलाश में मददगार बना लॉकडाउन

कोरोना संक्रमण के कारण पुलिस को जहां तमाम दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। वहीं, लॉकडाउन ने पुलिस की मदद की राह भी खोली।

Update: 2020-06-14 13:08 GMT

झांसी: कोरोना संक्रमण के कारण पुलिस को जहां तमाम दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। वहीं, लॉकडाउन ने पुलिस की मदद की राह भी खोली। एक ओर पुलिस कर्मचारियों ने पब्लिक की मदद कर नाम कमाया तो दूसरी ओर वांटेड आसानी से हाथ लगने लगे। क्राइम कर कई साल से फरार चल रहे बदमाशों की गिरफ्तारी में पुलिस को सहूलियत मिली।

पुलिस अफसरों का कहना है कि लंबे समय से फरार चल रहे बदमाशों को अरेस्ट करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इनमें ज्यादातर पर इनाम घोषित है। पुलिस रिकॉर्ड में फरार चल रहे 16 इनामी बदमाशों की गिरफ्तारी की जिम्मेदारी पुलिस को पूरी करनी है।

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लॉकडाउन में लौटे, अनलॉक होते ही अरेस्ट

कोरोना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन से शातिरों को भी प्रभावित किया है। झाँसी से फरार होकर दूसरी जगहों पर छिपे बदमाशों का कामकाज प्रभावित हुआ तो वे भी घर लौटने को मजबूर हुए। लॉकडाउन जारी रहने तक उनके बारे में किसी को भनक नहीं लग सकी। लेकिन जैसे ही अनलॉक हुआ तो पुलिस ने शातिरों को दबोचना शुरु कर दिया। जून में पुलिस ने तीन ऐसे बदमाशों को अरेस्ट किया जो लंबे समय से फरार चल रहे थे।

क्या है प्रक्रिया

  1. पेशेवर और गंभीर अपराधों में अभियुक्तों की गिरफ्तारी का ज्यादा दबाव होता है।
  2. बदमाशों के फरार होने की दशा में पुलिस पहले कुर्की नोटिस चस्पा करती है।
  3. कुर्की नोटिस चस्पा करने के बाद पुलिस संबंधित बदमाश की संपत्ति कुर्क करती है।
  4. फरार बदमाश के खिलाफ उसके खिलाफ दर्ज मुकदमे में इनाम की घोषणा होती है।
  5. इनाम जारी होने पर बदमाश वांटेड हो जाता है। इसलिए उसकी गिरफ्तारी न होने तक तलाश जारी रहती है।

थानेदारों को टारगेट, सक्रिय हुए मुखबिर

अनलॉक होते ही एसएसपी ने सभी थानेदारों को फरार बदमाशों की तलाश का टारगेट दे दिया। अपने-अपने एरिया में क्राइम कंट्रोल करने के साथ-साथ फरार बदमाशों की तलाश, गुंडा, गैंगेस्टर और हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ एक्शन का निर्देश दिया।

यह हैं इनाम बदमाश

हरियाणा निवासी अनिल खुराना, महोबा निवासी राशिद खान, नईदिल्ली निवासी मांगे उर्फ सनम, सीपरी बाजार निवासी सूरज अहिरवार, बबीना निवासी होशियार, हंसारी निवासी जसवंत सिंह, मध्य प्रदेश के सिहोर निवासी कैलाश विश्वकर्मा, बरुआसागर निवासी सुरेन्द्र कुमार, समथर के ग्राम बुढेरा घाट निवासी चंद्र प्रकाश, पूंछ के ग्राम अमरौख निवासी मोहर सिंह, महोबा निवासी मनमोहन सिंह, मऊरानीपुर के ग्राम अल्यिाई निवासी अतुल खरे, रमेश खरे, श्रीमती आशा देवी और गुरसरांय के ग्राम लंकापुरी निवासी गजेन्द्र सिंह शामिल है। इन पर इनाम घोषित है।

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इनका कहना है

डी प्रदीप कुमार, एसएसपी

फरार चल रहे बदमाशों की तलाश की जिम्मेदारी थानेदारों की है। समय-समय पर इसकी समीक्षा की जाती है. हाल के दिनों में पिछले कई साल से फरार चल रहे बदमाशों की गिरफ्तारी हुई है। इनमें कुछ ने पुलिस के डर से अपना हुलिया और नाम बदल लिया था। वह दूसरी जगहों पर छिपकर रह रहे थे।

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