UP Politics: अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगे शिवपाल यादव, कार्यकारिणी को किया भंग, नए सिरे से होगा गठन

UP Politics: शिवपाल सिंह यादव ने सभी प्रकोष्ठों की कार्यकारिणी के साथ ही प्रवक्ता मंडल व कार्यवाहक मुख्य प्रवक्ताओं को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है।

Published By :  Shreya
Update:2022-04-15 14:47 IST

शिवपाल सिंह यादव (फोटो साभार: सोशल मीडिया ) 

UP Politics: यूपी चुनाव खत्म होने बाद अब शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) एक बार फिर अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (PSP) को मजबूत करने में लग गए हैं। शिवपाल गुरुवार को पार्टी नेताओं के साथ बैठक में कई अहम फैसले लिए हैं। जिसके बाद आज उन्होंने सभी प्रकोष्ठों की कार्यकारिणी के साथ ही प्रवक्ता मंडल व कार्यवाहक मुख्य प्रवक्ताओं को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है। अब वह अपनी पार्टी के संगठन को नए सिरे से खड़ा उसका एक बार फिर से प्रदेश (Uttar Pradesh) में विस्तार करेंगे।

क्योंकि अब शिवपाल यादव के सियासी भविष्य का सवाल खड़ा हो गया है। इसलिए वह अब अपने घर को मजबूत करने में फिर से लग गए हैं। क्योंकि जब अखिलेश यादव और शिवपाल के बीच समझौता हुआ तो सिर्फ उन्हें ही एक सीट पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने उम्मीदवार बनाया। जबकि शिवपाल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले नेताओं को साइड कर दिया गया था। अब इस बात का उन्हें अहसास है वह अपने पुराने नेताओं और कार्यकर्ताओं को बुलाकर उनसे बात कर रहे हैं।

शिवपाल यादव संग अखिलेश यादव (फोटो- न्यूजट्रैक)

सपा से समझौते के बाद नेताओं ने छोड़ी थी पार्टी

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Elections 2022) के पहले शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) और सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बीच चुनाव को लेकर मंथन हुआ था। उस वक्त सभी को यह लग रहा था कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है। लिहाजा शिवपाल यादव ने भी अपने पुराने मनमुटाव और पार्टी के भविष्य की चिंता किए बगैर भतीजे के रथ पर सवार हो लिए थे। लेकिन जब सरकार नहीं बनी तो ये शिवपाल फिर से अपने उपेक्षित महसूस करने लगे और उन्होंने अपना दर्द बयां भी कर दिया।

सपा विधायकों की बैठक में नहीं बुलाया गया

शिवपाल यादव का दर्द उस वक्त जाहिर हुआ था जब चुनाव नतीजों के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने विधायकों से मुलाकात करने के लिए उन्हें पार्टी कार्यालय पर बुलाया। इस बैठक में शिवपाल यादव को नहीं आमंत्रित किया गया। जबकि वह भी सपा के टिकट पर चुनाव जीते हैं। इसी के बाद उनके और अखिलेश के बीच फिर से सार्वजनिक रूप से दूरियां बढ़ गईं। विधानसभा में हुए विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह में भी शिवपाल यादव शामिल नहीं हुए थे। सभी विधायकों का शपथ पूरा होने के बाद वह अकेले विधानसभा के अध्यक्ष से मिले और शपथ लिया था।

बीजेपी से बढ़ी नजदीकियां

अखिलेश यादव से नाराजकी के बाद शिवपाल यादव की बीजेपी से नजदीकियां बढ़ने लगी हैं। वह सीएम योगी से उसके सरकारी आवास पर मुलाकात भी कर चुके हैं। साथ ही अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीटर पर फॉलो करना भी शुरू कर दिया है। कहा जा रहा है कि शिवपाल जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। 

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