UP Poll 2022 : BJP-SP समर्थकों के बीच चले ईंट-पत्थर, कई वाहन क्षतिग्रस्त, पुलिस बल के साथ डीएम व एसपी ने संभाला मोर्चा
UP Election : सातवें चरण का मतदान (phase 7 voting) संपन्न होते ही आजमगढ़ में BJP और SP समर्थकों के बीच जमकर ईट-पत्थर चलें।
UP Election 2022 : आजमगढ़ जनपद में सोमवार को विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में हो रहे मतदान के दौरान शहर के सरफुद्दीनपुर वार्ड में स्थित प्राथमिक विद्यालय पर बने मतदान केंद्र पर फर्जी मतदान को लेकर सपा (SP) और भाजपा (BJP) के समर्थक आमने-सामने हो गए। इस दौरान दोनों तरफ से जमकर ईंट-पत्थर चलें, जिसमें कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। जानकारी पाकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) एवं भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के प्रत्याशी भी मौके पर पहुंच गए और दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।
मौके पर पुलिस बल तैनात
सूचना पाते जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने बवाल पर उतारू उग्र लोगों को लाठियां भांजकर मौके से खदेड़ा। तब जाकर स्थिति नियंत्रण में हो सकी। इस घटना को लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। हालांकि इस बवाल में किसी के घायल होने की खबर नहीं मिली है।
बताते हैं कि शहर के सरफुद्दीनपुर वार्ड में ओवरब्रिज के नीचे स्थित प्राथमिक विद्यालय पर मतदान केंद्र बनाया गया था। पूरे दिन मतदान प्रक्रिया सकुशल संपन्न हो रही थी। बताते हैं कि शाम करीब 5 बजे चुनावी भ्रमण पर निकले भाजपा प्रत्याशी अखिलेश मिश्रा उर्फ गुड्डू अपने समर्थकों के साथ सरफुद्दीनपुर मतदान केंद्र पर पहुंचे और वहां बैठ गए। इस बात की जानकारी पाकर सपा प्रत्याशी के समर्थक भी वहां पहुंचे और भाजपा प्रत्याशी पर फर्जी मतदान कराने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगे। इसी बात को लेकर मामला उग्र हुआ और देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया। इस दौरान दोनों पक्षों के कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
बवाल की जानकारी पाकर सपा प्रत्याशी दुर्गा प्रसाद यादव भी समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए। उधर बवाल की सूचना पाकर जनपद में भ्रमणशील जिला अधिकारी अमृत त्रिपाठी व पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य भी भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिसकर्मियों ने बवाल पर आमादा दोनों पक्षों के समर्थकों को खदेड़ दिया। अधिकारियों के समक्ष दोनों प्रत्याशियों ने एक-दूसरे पर हमला करने का आरोप लगाया। इस दौरान वरिष्ठ अधिकारियों ने दोनों पक्षों को कड़ी हिदायत देते हुए मौके से बैरंग वापस जाने को कहा। बवाल को देखते हुए मतदान प्रक्रिया कुछ समय के लिए बाधित रही।
बवाल की खबर शहर क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैली और हर कोई इस घटना के बारे में जानने को उत्सुक नजर आया। बवाल की जानकारी के लिए मीडिया के दफ्तरों के फोन भी घनघनाने लगे। पुलिस ने समय रहते स्थिति संभाल लिया। देर शाम तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई थी और दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहा।