UP: ग्रीष्मकालीन सत्र हंगामेदार होने के आसार, सहारनपुर-गोंडा हिंसा और बूचड़खाने पर घिर सकती है सरकार
विनोद कपूर
लखनऊ: यूपी विधानसभा के सोमवार से शुरू हो रहे ग्रीष्मकालीन सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं। विपक्ष किसानों की कर्जमाफी और कानून व्यवस्था की कथित खराब हालत को लेकर सरकार को घेरेगा, जबकि पचास दिन पूरे कर चुकी सरकार अपनी उपलब्धियां गिनायेगी।
सरकार अपने वादे के अनुसार एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन कर चुकी है, तो पीएम नरेंद्र मोदी के वायदे के अनुसार पहली कैबिनेट बैठक में किसानों की एक लाख रुपए तक की कर्जमाफी का ऐलान हो चुका है।
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कर्जमाफी आंखों में धूल झोंकने जैसा
विपक्ष का कहना है कि ये कर्जमाफी आंखों में धूल झोंकने जैसा है। इससे किसानों को कुछ हासिल होने वाला नहीं। सरकार ने सूखा, ज्यादा बरसात या ओले गिरने से फसलों को हुए नुकसान पर कर्जमाफी का ऐलान किया है। जबकि किसान और कई तरह के कर्ज में डूबे हैं। सरकार ने ये भी साफ नहीं किया, कि जिन किसानों के पास एक लाख से ज्यादा के कर्ज हैं, उनके कितने कर्ज माफ होंगे।
कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घिर सकती है योगी सरकार
सरकार के 50 दिन के कार्यकाल में सहारनपुर में चल रहे जातीय दंगे के अलावा, गोंडा में हुई साम्प्रदायिक हिंसा बदनुमा दाग की तरह है। कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता अजय कुमार कहते हैं कि 'सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। गोवंश रक्षा के नाम पर एक खास समुदाय के लोगों को आतंकित किया जा रहा है। इसी तरह एंटी रोमियो के नाम पर सीएम योगी आदित्यनाथ की पुलिस ने पूरे परिवार को परेशान किया। बूचड़खाने बंद कराने के नाम पर भी सरकार ने ज्यादती की। हाईकोर्ट ने अगर रोका नहीं होता तो ज्यादती और ज्यादा बढ़ती।'
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सपा भी चौतरफा घेरने को तैयार
सपा अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी अपने विधायकों के साथ बैठक की। विधानसभा में सपा विधायक दल के नेता राम गोविंद चौधरी कहते हैं, कि 'सरकार पूरी तरह से विफल है। खासकर कानून व्यवस्था पूरी तरह खराब हो चुकी है।' उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे यूपी में भगवा आतंक फैलाया जा रहा है । राज्यपाल अपने अभिभाषण में सरकार की ही बात करेंगे ।
सरकार ने भी कमर कसी
दूसरी ओर, सरकार भी विपक्ष के वार को कुंद करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। गैरकानूनी बूचड़खाने बंद करने और एंटी रोमियो स्क्वायड के गठन की बात बीजेपी के चुनावी संकल्प पत्र में थी। सरकार ने अस्पतालों की दशा ठीक करने का पूरा प्रयास किया है। इसके अलावा अपने विधायकों और मंत्रियों को संपत्ति की घोषणा करने का भी आदेश दिया है ताकि पारदर्शिता बनी रहे। ऐसा ही आदेश अधिकारियों को भी दिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ बिना थके लगातार काम कर रहे हैं। वो बीच-बीच में अधिकारियों और मंत्रियों को आदेश भी जारी करते रहते हैं।