UP Teachers Protest: क्या है शिक्षकों की ऐसी मांग, जिसे लेकर 19 साल से कर रहे विरोध - प्रदर्शन
UP Teachers Protest Today: प्रदेश भर के शिक्षक और कर्मचारी कल काली पट्टी बांधकर नई पेंशन योजना का विरोध करेंगे। मालूम हो कि यूपी में एक अप्रैल 2005 से नई पेंशन योजना लागू की गई थी।
UP Teachers Protest Today: प्रदेश में लाेकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है, इस बीच शिक्षक समुदाय में सरकार के खिलाफ आक्रोश खुलकर सामने आ गया। प्रदेश के शिक्षक और कर्मचारी नई पेशन स्कीम (NPS) के विरोध में आज एक अप्रैल को काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करेंगे। यह विराेध प्रदर्शन कर्मचारी और शिक्षक अपने-अपने कार्यस्थलों से करेंगे। यह जानकारी कल रविवार (31 मार्च) को अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु ने दी है। बता दें कि नई पेंशन स्कीम एक अप्रैल 2005 को लागू की गई थी।
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन
प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु ने कहा कि तत्कालीन सरकार ने एक अप्रैल 2005 को नई पेंशन स्कीम लागू की थी और पुरानी पेंशन स्कीम को समाप्त कर दिया गया था। इसके विरोध में कर्मचारी और शिक्षक प्रत्येक वर्ष एक अप्रैल को नई पेंशन स्कीम को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हैं और सरकार से पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करने की मांग करते हैं।
उन्होंने नई पेंशन स्कीम को कर्मचारी विरोधी बताया है। उन्होंने कहा कि नई पेंशन स्कीम के तहत किसी को 500, किसी को 1200 तो किसी को 1800 रुपए पेंशन के रूप में मिल रही है। इससे कर्मचारियों का और उनके परिवार का भरण पोषण नहीं हो पा रहा है। इसलिए कर्मचारियों में नई पेंशन स्कीम को लेकर आक्रोश है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के हित को ध्यान में रखते हुए सरकार को हमारी मांगों पर विचार करना चाहिए।
कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में
वहीं, प्रदेश महामंत्री डॉ. नीरजपति ने नई पेंशन स्कीम का विराेध करते हुए कहा कि इस स्कीम से कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में है। सेवानिवृत्त के बाद वह दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। ऐसे में सरकार को उनके हितों को ध्यान में रखते हुए नई पेंशन स्कीम की जगह पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करना चाहिए।