UP GBC-3: कानपुर का यह उत्पाद PM MODI को भाया, जानिए- कैसे मंदिर में चढ़े फूलों से फैल रही 'खुशबू'

आयुष ने बताया, कि पीएम मोदी को जब उन्होंने बताया कि वह किस प्रकार से फूलों को इकट्ठा करते हैं उससे विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट बनाते हैं। पीएम मोदी ने उनके फ्लेदर को सराहा।

Written By :  Rahul Singh Rajpoot
Update:2022-06-03 18:33 IST

UP Ground Breaking Ceremony 3.0 : ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (Ground Breaking Ceremony 3.0) में 'एक जिला एक उत्पाद' (ODOP) के यूपी के अलग-अलग जिलों की मशहूर वस्तुओं का स्टॉल लगाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) जब इन उत्पादों को देखने पहुंचे तो वहां उनके कदम कानपुर से लगे एक स्टॉल पर थम गए।"

हालांकि, कानपुर के और भी स्टॉल लगे थे लेकिन जिस पर पीएम मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath), राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) दोनों डिप्टी सीएम रुके वह कुछ नया और अनोखा था। यह कंपनी 2017 में दो महिलाओं के साथ शुरू हुई थी। जिनकी संख्या आज 185 तक पहुंच गई है। ये सभी महिलाएं गरीब परिवार की हैं। सबसे अहम यह है कि इस कंपनी से बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट भी जुड़ी हुई हैं।

जानें क्यों उस स्टॉल पर ठहरे मोदी 

पीएम मोदी (PM Modi) के वहां से निकलने के बाद 'न्यूजट्रैक' भी इस स्टॉल पर पहुंचा और वहां मौजूद आयुष अग्निहोत्री जिनसे प्रधानमंत्री ने बात की थी, ने बताया कि वह fool.co में लीव प्रोडक्ट डेवलपर्स का काम करते हैं। आयुष ने बताया, कि पीएम मोदी को जब उन्होंने बताया कि वह किस प्रकार से फूलों को इकट्ठा करते हैं उससे विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट बनाते हैं। जिसमें धूपबत्ती, अगरबत्ती के साथ फ्लेदर शामिल है। सबसे ज्यादा पीएम मोदी ने उनके फ्लेदर को सराहा, यह लेदर की तरह ही दिखाई देता है, जो खराब फूलों से तैयार किया जाता है।

राजनाथ ने पूछा- क्या ये बुलेटप्रूफ है?

आयुष ने बताया कि, पीएम मोदी यह जानकर काफी खुश हुए कि अब फूलों से भी लेदर तैयार किया जा रहा है। इस दौरान वहां मौजूद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनसे पूछा क्या वह बुलेटप्रूफ है। तो उन्होंने बताया कि अभी तक इस पर कोई टेस्ट नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि अब इस पर भी वह कार्य करेंगे। शोध कर यह पता लगाएंगे कि क्या यह बुलेटप्रूफ हो सकती है या नहीं।

मंदिरों में चढ़ने वाले फूलों से बन रहा उत्पाद 

इस कार्य की शुरुआत कानपुर से हुई जो अब वाराणसी तक पहुंच गई है। आयुष ने बताया कि कानपुर में हम लोगों ने मंदिरों में चढ़ने वाले खराब फूलों को एकत्रित कर उससे अलग-अलग प्रोडक्ट बना रहे हैं। अब इसकी एक यूनिट वाराणसी में भी संचालित हो रही है। जो काशी विश्वनाथ मंदिर के साथ एएमयू साइन कर वहां चढ़ने वाले सैकड़ों क्विंटल फूलों को लेकर अगरबत्ती और धूपबत्ती बनाने का कार्य कर रहे हैं। आयुष ने जब पीएम मोदी को फ्लेदर के बारे में पूरी जानकारी दी तो उन्होंने इससे खड़ाऊं की तरह एक ऐसा प्रोडक्ट विकसित करने के बारे में सीएम योगी से बात की जो बाबा विश्वनाथ के मंदिर में पहनकर जाया जा सके। 

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