Lucknow News: सैल्यूट...अपनी जान की परवाह किए बिना सिपाही ने डूबती महिला की बचाई जान
Lucknow News: मौत के मुंह से बाहर आते ही महिला पुलिस कर्मी के सामने फूट-फूट कर रोने लगी। पुलिस कर्मियों ने ढाढस बंधाते हुए उसे शांत कराया। पुलिस कर्मियों को महिला ने बताया कि वह आर्थिक तंगी से परेशान थी, जिस लिये जान देने की कोशिश की थी।
Lucknow News: जाको रखे साइयां मार सके ना कोई...कहावत तो काफी मशहूर है, लेकिन ऊपर वाला इस धरती में साइयां भी बहुत कम को ही बनाता है। भगवान ने इस बार साईयां एक वर्दी वाला बनाया है। इससे पहले भी देश में कई वर्दी वाले साइयां बनकर लोगों को जिंदगी बचा चुके हैं, लेकिन इस वर्दीधारी ने तब एक लोग की जान बचाई है, अगर उसको इस बीच कुछ हो जाता तो शायद उसकी कोई परवाह करता है। वर्दीधारी के इस कदम के बाद से सोशल मीडिया से लेकर शहर में हर कोई प्रशंसा कर रहा है। मामला उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ का है, जब एक महिला ने नदी में कूदकर जान देने की कोशिश की थी।
मामला लखनऊ के बीबीडी थाना क्षेत्र का
लखनऊ के बीबीडी थाना क्षेत्र में उस वक्त हड़कम मचा गया, जब एक महिला ने जान देने के प्रयास से इंदिरा नहर में कूद गई। महिला के नहर में कूदते ही ड्यूटी पर तैनात यूपी यातायात पुलिस के जवान ने अपनी जान की परवाह किये बिना नहर में छलांग लगा दी और बीच धारा से महिला को जिंदा बाहर निकाल लाया। यातायात पुलिस जवान के इस कदम से उसकी अब हर जगह प्रशंसा हो रही। रास्ते से निलक रहे राहगीर ड्यूटी में तैतान सभी यातायात पुलिस कर्मी की जमकर तारीफ कर रहे।
इन सिपाही की तत्परता से बची महिला की जान
महिला की जान बचाने वाला यातायात पुलिस के जवान का नाम अर्जुन सिंह है। मिली जानकारी के मुताबिक, महिला ने दोपहर के वक्त नदीं में छलांग लगाई थी। राहत की बात यह रही कि छलांग लगाते वक्त डायवर्जन प्वाइंट पर ड्यूटी तैनात टीएसआइ मुराली लाल यादव सहित अन्य पुलिस कर्मी शोर मचाने लगे। शुरू सुनते ही सिपाही अर्जुन सिंह ने महिला को बचाने के लिए बिना जान की परवाह किये नहर में छलांग लगा दी। कुछ ही देर में जवान सकुशल महिला को नहर से बाहर निकाल लाया।
बताई जान देने की वजह
मौत के मुंह से बाहर आने के बाद महिला पुलिस कर्मी के सामने फूट फूट कर रोने लगी। पुलिस कर्मियों ने ढाढस बंधाते हुए उसे शांत कराया। पुलिस कर्मियों ने जब महिला से जान देने का कारण पूछा तो उसने कहा कि वह आर्थिक तंगी से परेशान है। कोरोना काल में पति की नौकरी छूट गई थी। पति बेरोजगार है। परिवार में दो बेटी और एक बेटा है। बेटी उम्र 20 साल और दूसरी बेटी की उम्र 15 साल है जबकि एक बेटा है उसकी उम्र 13 साल है। आर्थिक तंगी की वजह से इनके भविष्य की चिंता को देखते हुए ऐसा कदम उठाया था।
महिला रिंग रोड की रहने वाली
महिला की पहचान गाजीपुर इलाके के रिंग रोड के रूप में हुई है। वह 42 वर्षीय है। इंस्पेक्टर बीबीडी इंस्पेक्टर विनय कुमार सरोज ने बताया कि महिला को परिवारजन के सिपुर्द कर दिया गया है। अब वह सामान्य स्थिति में है।