विधान सभा में विस्फोटक मामले में एनआईए ने दाखिल की फाइनल रिपेार्ट

Update: 2017-10-09 22:11 GMT
UP विधानसभा में विस्फोटक: पुलिस मैनुअल ने खोली सरकार की पोल, FSL आगरा की रिपोर्ट ही मान्य

लखनऊ: एनआईए ने यूपी विधानसभा में विस्फोटक पदार्थ पाए जाने के मामले में अपनी जांच समाप्त कर अंतिम रिपोर्ट कोर्ट मे दाखिल कर दी है। इस पर स्पेशल जज पी एम त्रिपाठी ने वादी को नोटिस जारी करने का आदेश दिया है। इस मामले की अगली सुनवाई 6 नवंबर होगी।

एनआईए के एसपी अतुल गोयल ने यह रिपोर्ट दाखिल की है। इस फाइनल रिपोर्ट में हैदराबाद की फोरेंसिक लैबोरेट्री द्वारा कथित विस्फोटक पदार्थ की टेस्ट रिपोर्ट का जिक्र है। हैदराबाद की रिपोर्ट में कथित विस्फोटक पदार्थ को सिलिकॉन आक्साईड बताया गया है। जबकि लखनऊ में एफएसएल के निदेशक डॉ. श्याम बिहारी उपाध्याय ने अपनी रिपोर्ट में इसे पीईटीएन बताया था।

दरअसल 12 जुलाई, 2017 को यूपी विधानसभा में विपक्षी नेताओं की पंक्ति में एक सीट के नीचे कथित विस्फोटक पदार्थ पाया गया था। 14 जुलाई, 2017 को विधान सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने बताया कि कथित विस्फोटक पदार्थ पीईटीएन है।

विधानसभा के मार्शल मनीष चंद्र राय ने उसी रोज इस मामलें की एफआईआर थाना हजरतगंज में अज्ञात के खिलाफ दर्ज कराई थी। आईपीसी की धारा 121-ए, 120 बी और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 4, 5 व 6 तथा विधि विरुद्ध क्रिया कलाप निवारण अधिनियम की धारा 16, 18 व 20 के तहत दर्ज इस मामले की जांच एटीएस को सौंप दी गई।

एटीएस ने कथित विस्फोटक पदार्थ को जांच के लिए हैदराबाद की फोरेसिंक लैबोरेट्री को भेजा। इधर, 26 जुलाई, 2017 को इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई।

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