लखनऊ। इसे लखनऊ का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि राजधानी में ही इलाज के पहले पायदान फेल नजर आ रहे हैं। योगी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह भले ही अपने कार्यकाल में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर देने करने का दावा कर रहे हों। लेकिन लखनऊ के सीएमओ डॉ जीएस वाजपेयी के नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (यूपीएचसी) के औचक निरीक्षण में उन के दावों की पोल खुल रही है। आमतौर पर नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में वही इलाज कराने आते हैं जो महंगा इलाज नहीं करा सकते लेकिन यहां उन्हें मिल रहा है धोखा।
राजधानी के नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सही तरीके से काम नहीं कर रहे
सीएमओ डॉक्टर वाजपेयी ने 3 यूपीएचसी का निरीक्षण किया। औचक निरीक्षण में कई प्रकार की खामियां मिली। सीएमओ डॉ जीएस वाजपेयी तब चौंके जब उनको एक यूपीएचसी पर ताला जड़ा मिला। इसके अलावा जो स्वास्थ्य केंद्र खुले थे उनमें आधे से अधिक डॉक्टर से लेकर कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए हैं। हेल्थ सेंटर के बाहर अधिकारियों के नंबर वाली सरकारी सूची भी खाली मिली।
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आपको बता दें कि सीएमओ वाजपेयी अक्सर ही यूपीएचसी का निरीक्षण करने पहुंच जाया करते हैं। लेकिन डॉक्टर से लेकर स्टाफ केंद्रों में निर्धारित समय पर आने में लापरवाही करते हैं।
राजाजीपुरम यूपीएचसी पर ताला जड़ा मिला
सीएमओ डॉ वाजपेयी सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर राजाजीपुरम नगरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का जायजा लेने पहुंचे थे। वहां पर उनको केंद्र के मुख्य दरवाजे ताले बंद मिले। वहीं केंद्र से जुड़ा कोई भी स्टाफ मौके पर नहीं पाया गया जबकि सरकारी नियमों के अनुरूप सुबह 8 बजे केंद्रों पर मरीज देखने का कार्य चालू हो जाना चाहिए। यहां पर ताला लगा देखकर सीएमओ डॉ जीएस वाजपेयी दंग रह गए।
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रामनगर की यूपीएचसी पर अधिकांश कर्मचारी अनुपस्थित
सुबह करीब 8 बजकर 10 मिनट पर सीएमओ रामनगर यूपीएचसी केंद्र पहुंचे। मौके पर कई कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। हालांकि यहां पर कोई मरीज नहीं मिला।
राजाजीपुरम यूपीएचसी में अधिकारियों का विवरण सादा
राजाजीपुरम नगरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कई अव्यवस्था देखने को मिली है। यहां ताला बंद तो मिला ही पर अधिकारियों का विवरण देने वाली सूची पर पूरी तरह से खाली दिखी। इस पर न तो जिलाधिकारी, ना तो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और ना ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी अधिकारियों के नाम व नंबर देखने को मिले। विवरण पूरी तरह खाली मिला।
सज्जाद बाग यूपीएचसी का हाल
यहां पर फार्मासिस्ट नितिन कुमार अनुपस्थित मिले एवं गायत्री का पता नहीं चला। इसके अलावा कर्मचारी निर्धारित ड्रेस में भी नहीं मिले जिस पर सीएमओ ने कड़ी फटकार लगाई है।
सीएमओ करेंगे कड़ी कार्रवाई
सीएमओ जिन केंद्रों का निरीक्षण करते हैं और स्टाफ अनुपस्थित पाए जाते हैं तो उनका एक दिन का वेतन काटने से लेकर कई कार्रवाई होती है। लेकिन उनकी इस कार्यवाही का डर अस्पताल में कार्य कर रहे कर्मचारियों पर नहीं दिख रहा है।