खबर की खास बातें
- एमबीबीएस की 1550 और बीडीएस की 1150 सीटों पर सरकारी फीस ही ली जा सकेगी।
- इन सीटों पर दाखिला लेने वालों को हर साल सिर्फ 36 हजार रुपए ही देने होंगे।
- बाकी 2700 पेमेंट सीटों पर एमबीबीएस के लिए 18 से 20 लाख रुपए सालाना फीस होगी।
- पेमेंट बीडीएस सीटों पर छात्रों को हर साल 5.5 लाख रुपए बतौर फीस चुकाने होंगे।
लखनऊः यूपी सरकार ने सूबे के निजी मेडिकल कॉलेजों की मनमानी पर शुक्रवार को रोक लगा दी। सरकार ने फैसला किया कि इन कॉलेजों की आधी सीटों पर एमबीबीएस और बीडीएस में पढ़ने वालों से सरकारी फीस ही ली जा सकेगी। सरकार के इस फैसले से छात्रों और उनके घरवालों को बड़ा फायदा होगा। अभी तक निजी मेडिकल कॉलेज अपने हिसाब से फीस लेते थे।
फीस का नया स्ट्रक्चर क्या?
बता दें कि एमबीबीएस और बीडीएस के दाखिले के लिए इस बार नीट हुआ था। दाखिलों के लिए आज से काउंसिलिंग शुरू होने जा रही है। उससे ठीक पहले सरकार ने बड़ा फैसला फीस को लेकर किया। सरकारी आदेश के मुताबिक निजी मेडिकल कॉलेजों की 1550 एमबीबीएस और 1150 बीडीएस सीटों पर सरकारी फीस यानी हर साल 36 हजार रुपए ही लिए जा सकेंगे। बाकी बची 2700 पेमेंट सीटों पर एमबीबीएस के लिए 18 से 20 लाख और बीडीएस के लिए 5.5 लाख की फीस ही निजी मेडिकल कॉलेज ले सकेंगे।
सरकारी कॉलेजों में कितनी हैं सीटें?
बता दें कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 1544 और बीडीएस की 51 सीटों पर दाखिले लिए जाने हैं। यूपी सरकार ने सरकारी के साथ निजी कॉलेजों की काउंसिलिंग भी साथ कराने का फैसला किया था, लेकिन फीस को लेकर मामला फंसा था। अब फीस तय हो जाने के बाद आज से सभी कॉलेजों के लिए काउंसिलिंग एक साथ ही होगी।