लखनऊ: यूपी में एनकाउंटर से अपराधियों के हौसले पस्त होते दिख रहे हैं लेकिन उसी में फर्जी मुठभेड़ के भी मामले सामने आ रहे हैं। ग़ाज़ियाबाद पुलिस मुठभेड़ पर उठ रहे सवालों के बीच newstrack.com के हाथ कुछ तस्वीरें भी लगी हैं जिससे फर्जी मुठभेड़ पर उठ रहे सवालों पर ब्रेक लग सकता है।
पुलिस मुठभेड़ में जख्मी सुनील ने जींस पहनी हुई थी, जबकि पुलिस की गिरफ्त में जो बदमाश है उसने ट्राउज़र पहनी हुई है। ऐसा नहीं है कि यूपी में पहली बार एनकाउंटर पर सवाल उठ रहे हों, इससे पहले नोएडा पुलिस ने एक जिम संचालक को अपराधी बताकर गोली मार दी थी। बाद में पता चला कि नशे में धुत दरोगा ने जिम चलाने वाले को अपराधी बता गोली मार दी थी जबकि अपराध से उसका दूर-दूर तक नाता नहीं था। मामले की सच सामने आने के बाद दरोगा को सस्पेंड कर दिया गया।
यूपी में पुलिस अब तक कई बड़े अपराधियों का एनकाउंटर कर चुकी है। सीएम योगी आदित्यनाथ भी कहते रहे हैं कि अपराधी या तो सुधर जाएं या राज्य छोड़कर चले जाएं।
ये तस्वीर आई थी सामने
दूसरी तरफ, कुछ ऐसी तस्वीरें भी सामने आ रही है जो एनकाउंटर की सच्चाई की परतें भी खोल रही हैं। बीते साल 15 सितंबर की एक एनकाउंटर की दो तस्वीरें सामने आ रही जो खुद ही काफी कुछ बयां कर रही है। बताया जा रहा है कि ये दोनों ही तस्वीरें गाजियाबाद पुलिस एनकाउंटर की हैं। इन दो तस्वीरों में से एक में साफ है कि कथित अपराधी युवक के पैर में गोली लगी है, जबकि दूसरी तस्वीर में दिख रहा कि युवक के हाथ-पैर पुलिस बांधे जा रहे हैं, जिसमें उसे गोली नहीं लगी है। मतलब साफ है कि युवक को हाथ-पैर बांधने के बाद गोली मारी गई।
ये बताया एडीजी ज़ोन मेरठ ने
एडीजी ज़ोन मेरठ प्रशान्त कुमार ने बताया, कि '16 सितंबर को साहिबाबाद में हुई पुलिस मुठभेड़ में सुनील, रॉबिन और सोनू को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस मुठभेड़ में सुनील के पैर में गोली लगी थी, उन्होंने बताया कि गोली लगने से ज़ख़्मी सुनील ने जींस पहनी हुई थी जबकि जो बदमाश पुलिस की गिरफ्त में नज़र आ रहा है उस बदमाश ने ट्राउज़र पहनी हुई है। गिरफ्तार तीनों बदमाश 11 वर्ष के लड़के के अपहरण के आरोप में गिरफ्तार हुए थे।'
अब newstrack.com के पास जींस पहने जख्मी बदमाश की तस्वीर भी है।