Sonbhadra News: सामूहिक विवाह में गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद सामान वापसी पर हाईप्रोफाइल हंगामा, पहुंची पुलिस तब मामला हुआ शांत

Sonbhadra News : सोमवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के दौरान चोपन में हुए शादी समारोह में शादीशुदा जोड़ों द्वारा भी शादी रचाए जाने की सामने आई सूचना ने हड़कंप मचा कर रख दिया था। देर रात तक चली जांच में सामने आया कि तीन जोड़ों की पहले ही शादी हो चुकी है।

Update:2024-11-26 22:10 IST

Sonbhadra News: सामूहिक विवाह के दौरान तीन शादीशुदा जोड़ों के शादी रचाने के खुलासे के बाद, सामान वापसी को लेकर, मंगलवार को खासा हाईप्रोफाइल हंगामा हुआ। एक प्रमुख राजनीतिक दल के कुछ नेताओं की अगुवाई में चोपन ब्लाक मुख्यालय पर हंगामा-नारेबाजी के मामले ने एकबारगी ब्लाक स्तरीय अफसरों को भी सकते में ला दिया। मामला इस कदर गंभीर हो गया कि पुलिस को ब्लाक मुख्यालय पहुंचकर हस्तक्षेप करना पड़ा। फिलहाल अपात्र पाए गए तीनों लाभार्थियों से सामूहिक विवाह समारोह के दौरान, दिए गए सामान वापस ले लिए गए हैं। साथ ही, ऑनलाइन भेजी जाने वाली रकम पर भी रोक लगा दी गई है।

बताते चलें कि सोमवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के दौरान चोपन में हुए शादी समारोह में शादीशुदा जोड़ों द्वारा भी शादी रचाए जाने की सामने आई सूचना ने हड़कंप मचा कर रख दिया था। देर रात तक चली जांच में सामने आया कि तीन जोड़ों की पहले ही शादी हो चुकी है। दो के बच्चे भी हैं। राज्यमंत्री के गृह ब्लाक और उनकी पत्नी के प्रमुखी वाले ब्लाक में हुए इस खुलासे के बाद, संबंधित लाभार्थियों से सामान वापस लेने की प्रक्रिया अपनाई जा रही थी। इसी सिलसिले में संबंधित परिवार के लोग सामान लेकर, ब्लाक मुख्यालय पर वापस करने के लिए पहुंचे हुए थे।

अचानक शुरू हुई नारेबाजी से हैरत में पड़ गए लोग

सामान वापस करने की प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही एक राजनीतिक दल के कुछ नेता व लाभार्थियों ने सरकार विरोधी नारे लगाने शुरू कर दिए। नारेबाजी व हंगामा देख नाके पर मौजूद अधिकारी व कर्मचारी सकते में आ गए। हंगामा गंभीर रूप न ले ले इसके लिए तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंचे चोपन कस्बा हल्का इंचार्ज एसआई उमाशंकर यादव ने हंगामा कर रहे लोगों को विभागीय नियम-कायदों की जानकारी देकर शांत कराया। सामान वापस करने का विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि सामान देने से पहले जांच होनी चाहिए थी। अब जब सामान दे दिया गया है तो उसे वापस क्यों लिया जा रहा है। पुलिस की काफी मशक्कत के बाद नाराजगी जता रहे लोग शांत हुए। तब जाकर सामान जमा कराया गया। एसआई उमाशंकर यादव ने बताया कि नाराजगी जता रहे लोगों को जब पूरी स्थिति से अवगत कराया गया तो वे लोग स्वयं ही सामान जमा करने को राजी हो गए।

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