शिक्षामित्रों का जेल भरो आंदोलन, डेढ़ लाख लोग देंगे गिरफ्तारी, सरकार सतर्क
प्रदेशभर के जिलों से शिक्षामित्रों ने बुधवार (23 अगस्त) से जेल भरो आंदोलन शुरू करने की बात कही है। राजधानी में करीब डेढ़ लाख शिक्षामित्र लक्ष्मण मेला मैदान पहुंचे।
लखनऊ : सर्वोच्च न्यायालय की ओर से सहायक अध्यापक के तौर पर समायोजन रद्द होने के बाद से नाराज उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्रों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेशभर के जिलों से शिक्षामित्रों ने बुधवार (23 अगस्त) से जेल भरो आंदोलन शुरू करने की बात कही है।राजधानी में करीब डेढ़ लाख शिक्षामित्र लक्ष्मण मेला मैदान पहुंचे।
शिक्षामित्र ने बुधवार दोपहर को अपनी गिरफ्तारी हजरतगंज थाने पहुंचकर देंगे। इसे देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है।शिक्षामित्र का एक दल गिरफ्तारी से पहले सीएम योगी से मुलाकात करेंगा। बता दें, सुप्रीम कोर्ट की ओर से शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक के तौर पर समायोजन रद्द होने के बाद से समर्थन कर रहे है।
प्रशासन ने पहले से मिली सूचना के आधार पर यूपी के लखनऊ, गोरखपुर, बलिया, आजमगढ़ और रायबरेली डिस्ट्रिक्ट की लगभग 400 से ज्यादा बसें मंगा ली हैं। इन बसों को 1090 चौराहे से लेकर फन माल के बीच सड़क के किनारे पर खड़ा कराया गया है। इन बसों से शिक्षामित्रों को शहर से बाहर भेजने की तैयारी है।
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इन स्थानों की बढ़ाई गई सुरक्षा
- शिक्षामित्रों की चेतावनी को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। कानून व्यवस्था में किसी तरह की चूक न हो। इसके लिए प्रशासन ने सीएम आवास, एनेक्सी और विधान सभा पर कड़ी सुरक्षा है।
- इन इलाकों से हर आने जाने वाले पर नजर रखी जा रही है। लक्ष्मण मेला मैदान से लेकर हजरतगंज, 1090 चौराहा, लक्ष्मणमेला मैदान तक जगह-जगहों सडकों पर बरिकेटिंग लगा दी गई है।
प्रशासन ने बनाया प्लान
- प्रशासन ने शिक्षामित्रों को लक्ष्मण मेला मैदान में रोके रखने के लिए प्लान तैयार कर लिया है। अधिकारियों से कहा गया है वे किसी भी हाल में शिक्षामित्रों को लक्ष्मणमेला मैदान से बाहर न आने दें।
- उन्हें किसी तरह बातों में दिन भर उलझाए रखा जाए और शाम होने पर उन्हें यूपी रोडवेज की बसों में बैठाकर शहर के बाहर काफी दूर छोड़ दिया जाए।
शिक्षामित्रों को रोक पाना आसान नहीं
प्रशासन के लिए बुधवार के दिन शहर की ट्रैफिक और कानून व्यवस्था को मेंटेन रखना बड़ी चुनौती साबित होगी। लोगों को अंदेशा है कि प्रशासन को शिक्षामित्रों को रोक पाना आसान नहीं होगा। अगर शिक्षामित्र लक्ष्मणमेला मैदान से निकलने में कामयाब हो गए तो फिर उन्हें रोक पाना मुश्किल होगा। वे बड़ा उपद्रव भी कर सकते है, जिस कारण डर बना हुआ है।