लखनऊ: यूपी के मेडिकल कॉलजों पर योगी सरकार की पैनी नजर है। यहां मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने का प्रयास जारी है। हालांकि, यह बात किसी से भी नहीं छुपी है कि सूबे के मेडिकल कॉलेजों में मरीजों के इलाज में कितनी लापरवाही की जाती है। मेडिकल कॉलजों में लापरवाही के ऐसे मामले रोजाना आते रहते हैं। गंभीर मरीजों के इलाज को लेकर भी डॉक्टर बेपरवाह हैं। ट्रॉमा सेंटरों की हालत तो और बुरी है। मेडिकल कॉलजों की इसी छवि को सुधारने में सीएम योगी और उनके मंत्री लगे हैं।
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शिकायत पर नजर डालें, तो सबसे अधिक मामला ऑक्सीजन की कमी का आता है। इसलिए सरकार स्थिति को सुधारने के मकसद से यूपी के मेडिकल कॉलजों में लिक्विड ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था लागू करने जा रही है। अभी तक यहां पर केवल सिलिंडर से ऑक्सीजन सप्लाई होती है। मरीज को सिलिंडर से सीधे कंप्रेस्ड मेडिकल ऑक्सीजन गैस दी जाती है। लेकिन नई सुविधा के तहत लिक्विड ऑक्सीजन की सुविधा मरीजों को मिलेगी।
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ई-टेंडर जारी
सरकार ने इसके लिए ई-टेंडर जारी भी कर दिया है। शुरुआती दौर में आठ पुराने कॉलेजों में लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई की जाएगी। इसके बाद अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी लिक्विड ऑक्सीजन की सुविधा मिलेगी।
स्ट्रेटजी सेल सुधारेगी हालत
अव्यवस्थाओं को दूर करने के लिए ‘स्ट्रेटजी सेल’ का गठन किया है। विशेष सचिव चिकित्सा शिक्षा की अध्यक्षता में गठित सेल ने सभी मेडिकल कॉलेजों में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन गैस सप्लाई करने का फैसला किया। इस पर शासन ने मंजूरी देकर ई-टेंडर भी जारी कर दिया है।