Varanasi News : 'काउंसलर' के रोल में नजर आया बनारस का ये दारोगा, सूझबूझ से टूटने से बचाया गरीब का घर
Varanasi News : दारोगा प्रीतम तिवारी ने पिता का घर छोड़ प्रेमी के साथ फरार हुई नाबालिग को समझाने में कामयाब रहे।
Varanasi News : हाल के दिनों में विवादों में रहने वाली वाराणसी पुलिस (Varanasi Police) अपनी छवि बदलने की लगातार कोशिश कर रही है। इसकी बानगी कोतवाली इलाके में देखने को मिली है। जहां एक दारोगा ने अपनी सूझ बूझ से न सिर्फ एक गरीब का घर उजड़ने से बचा लिया बल्कि एक पिता को उसकी बेटी से मिलवाया। एक बेहतर काउंसलर की तरह दारोगा प्रीतम तिवारी ने पिता का घर छोड़ प्रेमी के साथ फरार हुई नाबालिग को समझाने में कामयाब रहे।
कोतवाली क्षेत्र के नवापुरा इलाके के दो नाबालिगों में प्रेम हुआ। प्रेम कुछ इस कदर परवान चढ़ा कि आधी रात प्रेमिका दबे पांव प्रेमी के घर पहुंच गई। इधर सुबह होते ही नाबालिग बेटी के गायब होने पर मां - बाप के होश उड़ गए। बदहवाश मां - बाप ने पहले तो अपने स्तर से बेटी की खोजबीन शुरू की, लेकिन सफलता नहीं मिलने पर पुलिस चौकी का दरवाजा खटखटाया। पिता की सूचना पर कबीरचौरा चौकी प्रभारी प्रीतम तिवारी (In-charge Pritam Tiwari) ने गायब नाबालिग लड़की को तत्काल ढूढ़ना शुरू कर दिया।
दारोगा ने की लड़की की काउंसलिंग
दारोगा द्वारा इलाके के मंदिर, पार्क, संदिग्ध स्थानों व दोस्तों के घर पर दबिश देने सम्बंधित कार्यवाही प्रारंभ करते ही इसकी सूचना पूरे क्षेत्र में फैल गई। जिसकी सूचना लड़की के दोस्तों के माध्यम से लड़की तक भी पहुंची। सूचना मिलते ही पुलिस से बचने का कोई और चारा न देखकर लड़की पुलिस चौकी कबीरचौरा पहुंच गई और अपने किये की माफी मांगने लगी। पुलिस ने आधिकारिक कार्रवाई के बाद नाबालिग को उसके परिजनों को सौंप दिया। दारोगा ने नाबालिग लड़की को समझाया कि वास्तविकता सपनों से थोड़ी अलग होती है। पहले पढ़ाई पूरी कर अपना कैरियर बनाओं, माँ-बाप के सपनों को साकार करो। शादी के लिए पूरी उम्र बची है। नाबालिग लड़की भी अपने गलती को स्वीकार करते हुए नम आंखों से दारोगा को धन्यवाद ज्ञापित कर अपने पिता के साथ चली गई। वहीं दारोगा प्रीतम तिवारी के इस सूझबूझ की लोग सराहना कर रहे हैं।