Varanasi News: गंगा में छोड़ी गईं एक लाख मछलियां, हर साल इस वजह से छोड़ी जाती हैं चिताला फिश
Varanasi News: रविदास घाट पर स्टेट फिश चिताला की हुई रिवर रैंचिंग, केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और यूपी सरकार के मंत्री संजय कुमार निषाद ने चिताला मछली के बच्चों को गंगा में छोड़ा।
Varanasi News: गंगा के इकोलॉजिकल सिस्टम को दुरुस्त रखने के लिए हर साल बरसात के मौसम में चिताला मछली के बच्चे छोड़े जाते हैं। आज वाराणसी के रविदास घाट पर केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और यूपी सरकार के मंत्री संजय कुमार निषाद ने अपने हाथों से स्टेट फिश चिताला के बच्चों को गंगा में छोड़ा।
गंगा नदी में मछलियों की संख्या बढ़ाने की कवायद
इस अवसर पर मत्स्य विभाग के विशेष सचिव प्रशांत शर्मा भी मौजूद रहे। इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए प्रशांत शर्मा ने कहा कि आज गंगा नदी में 1 लाख मछली के बच्चे छोड़े गए। चिताला मछली के रिवर रैंकिंग से गंगा नदी में इनकी संख्या बढ़ेगी और नदी का इकोलॉजी सिस्टम भी दुरुस्त होगा। इस अवसर पर मछली पालन करने वाले किसानों को सम्मानित और कीट भी वितरित किया गया।
मत्स्य पालन में यूपी है सबसे आगेः संजय निषाद
यूपी सरकार के मंत्री संजय निषाद ने कहा कि मत्स्य पालन में उत्तर प्रदेश अन्य राज्यों से काफी आगे है। यहां यूपी सरकार किसानों को हर प्रकार की सुविधा प्रदान करती है। मत्स्य पालकों की आय भी लगातार बढ़ रही है। आज रविदास घाट पर 1 लाख स्टेट फिश चिताला को छोड़ा गया है। चिताला मछली नदियों के पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूती प्रदान करती है। नदियों में प्रदूषण के लेबल को भी कम करती है, चिताला मछली तथा साथ ही मछली खाने वाले लोगों को प्रोटीन युक्त आहार की भी उपलब्धता रहती है।
8 अक्टूबर 2021 से रिवर रैंचिंग की हुई शुरूआत
भारत सरकार के केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री, पुरुषोत्तम रुपाला ने 8 अक्टूबर 2021 से नदी पशुपालन योजना के तहत रिवर रैंचिंग की शुरुआत किया। राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड, हैदराबाद बतौर नोडल एजेंसी कार्यरत हैं। नदियों के इकोलॉजी सिस्टम को मजबूत करने के लिए रिवर रैंचिंग की शुरुआत की गई। रिवर रैंचिंग में स्टेट फिश चिताला के बच्चों को छोड़ा जाता है। हर साल बरसात के समय गंगा नदी में लाखों की संख्या में चिताला को छोड़ा जाता है।