Varanasi: काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में दो बार बिजली गुल, राज्यपाल का माइक भी खराब
Varanasi: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह की जैसे ही शुरूआत हुई। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ ही सभी महानुभाव मंच पर पहुंचे। तभी दो बार बिजली गुल हो गयी।
Varanasi News: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 46वें दीक्षांत समारोह में अव्यवस्था देखने को मिली। महात्मा गांधी काषी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह की जैसे ही शुरूआत हुई। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ ही सभी महानुभाव मंच पर पहुंचे। तभी दो बार बिजली गुल हो गयी। वहीं राज्यपाल को जो माइक दिया गया था। वह भी खराब हो गया। लिहाजा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बड़े ही निराश मन के साथ बिना माइक के ही दीक्षांत कार्यक्रम के शुरूआत करने की घोषणा की। वहीं दीक्षांत समारोह के दौरान इस अव्यवस्था को देख वहां मौजूद सभी गणमान्य लोगों ने दबे भाव में नाराजगी जतायी।
ऑडिटोरियम में छा गया अंधेरा
वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 46वें दीक्षांत समारोह में बुधवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने पहुंचीं। समारोह के शुरूआत होते ही अचानक बिजली कट गयी। जिसके बाद प्रबंधन में हड़कंप मच गया। विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गये। बिजली जाते ही पूरे ऑडिटोरियम में अंधेरा छा गया। हालांकि कुछ देर बार लाइट आ गयी। ऐसा समारोह के दौरान दो बार हुआ। जिस समय बिजली गुल हुई। मंच पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मौजूद थीं।
अव्यवस्था की हद तो तब हो गयी। जब राज्यपाल ने समारोह की शुरूआत करने की घोषणा करने के लिए माइक उठाया। जैसे ही राज्यपाल ने माइक उठाया वह चला ही नहीं। आनन-फानन में राज्यपाल को दूसरा माइक दिया। लेकिन वह भी खराब निकला। इसके बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बिना माइक के ही दीक्षांत समारोह की शुरूआत करने की घोषणा की।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में जब दो बार बिजली गयी। इस दौरान मंच पर पावर कॉरपोरेशन आफ इंडिया के सीएमडी आरके त्यागी भी उपस्थित थे। समारोह के दौरान बिजली गुल होने और फिर माइक के खराब होने पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद त्यागी नाराज नजर आए।
अपने स्वागत भाषण में कुलपति प्रो. आनंद त्यागी ने कहा कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ समझौता कर विश्वविद्यालय के छात्र- छात्राओं को रोजगार के अवसर दिये जा रहे हैं। इस साल विश्वविद्यालय के कई विद्यार्थियों ने खेलों में 100 से अधिक मेडल जीते हैं। समारोह के दौरान 97,252 डिग्रियां अपलोड की गयीं। साथ ही 18 छात्र और छात्राओं को गोल्ड मेडल वितरित किये गये।