Varanasi News: पीठाधीश्वर परमहंस आचार्य का ऐलान, स्वामी प्रसाद को जूता मारने पर एक लाख का इनाम
Varanasi News: स्वामी प्रसाद मौर्य की तुलना परमहंस आचार्य ने राक्षस से करते हुए कहा कि राक्षसों का वध कर देना चाहिए।
Varanasi News: तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर परमहंस आचार्य अपने एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे। वाराणसी पहुंचने के बाद श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए परमहंस आचार्य ने कहा कि देखिए मैं तो बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने आता रहता हूं। आज मैं दर्शन किया हूं और बाबा विश्वेसर भगवान आप तीसरा नेत्र खोलें जो सनातन धर्म विरोधी ताकतें हैं वो समाप्त हों। ये हमेशा से रहा है कभी देवासुर संग्राम हुआ है, कभी भगवान राम रावण युद्ध हुआ है, कभी कंस और भगवान श्रीकृष्ण का युद्ध हुआ है। यह लड़ाई धर्म और अधर्म के बीच हुई। गीता में कहा गया है कि अधर्म के पक्ष में जो भी खड़ा हुआ चाहे अपना भाई ही क्यों ना हो अपना रिश्तेदार ही क्यों ना हो उसका वध करिए। मैं तो यहां तक कहता हूं कि बीजेपी नेता संघमित्रा मौर्या जिस तरह से अतीत में हिरण्यकश्यप का त्याग भक्त प्रह्लाद ने कर दिया था, विभीषण ने रावण का त्याग कर दिया ठीक उसी प्रकार संघमित्रा को चाहिए कि अपने बाप स्वामी प्रसाद मौर्य का परित्याग कर दें।
स्वामी प्रसाद मौर्य पर एनएसए लगाए सरकार
जिस तरह से स्वामी प्रसाद मौर्य हिंदू धर्म को लेकर बयान दे रहे हैं उसको लेकर जब प्रश्न पूछा गया तो प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के मुसलमानों को लेकर कोई अगर हिंदू बयान दे देता कि मुसलमान को डेंगू, मलेरिया और कोरोना की तरह समाप्त कर देना चाहिए तो उसके चीथड़े नहीं मिलेंगे तो कहिएगा। हिंदुस्तान में जहां 80 प्रतिशत हिंदू हैं वहां इस तरह का बयान दिया जा रहा है। हिंदुस्तान की सरकार को चाहिए कि ऐसे लोगों पर एनएसए लगाकर कार्यवाही करे।
स्वामी प्रसाद मौर्य राक्षस हैं और राक्षसों का वध कर देना चाहिए
स्वामी प्रसाद मौर्य की तुलना परमहंस आचार्य ने राक्षस से करते हुए कहा कि राक्षसों का वध कर देना चाहिए। जिस तरह से कीड़ों से फसल को बचाने के लिए कीटनाशक का छिड़काव किया जाता ठीक उसी प्रकार से जो सनातन धर्म विरोधी हैं उनको सबक सिखाने का समय अब आ गया है। जो लोग भी हिंदू धर्म पर टिप्पणी कर रहे हैं वो देश से माफी मांगे और मैं स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए यही कहूंगा कि स्वामी प्रसाद मौर्य को देश की जनता जहां देखें वहीं जूता मारे, इतना जूता मारे कि इसका प्रमाण निकल जाए। और जो जूता मारे वह गिन लें एक जूता का एक लाख रुपये इनाम हमारी तरफ से।