Varanasi News: प्रियंका गांधी और डिंपल यादव के रोड शो से तिरंगा मय हुआ बनारस
Varanasi News: वारणसी में आज प्रियंका गांधी और डिंपल यादव ने रोड शो किया। इस दौरान इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ देखने को मिली।
Varanasi News: कांग्रेस शीर्ष नेत्री प्रियंका गांधी और सपा शीर्ष नेत्री पूर्व सांसद श्रीमती डिंपल यादव के वाराणसी रोड शो ने पूरे बनारस की फिजा को बदल दिया है। इस रोड शो से स्थानीय इंडिया गठबंधन के सभी घटक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं गजब का उत्साह देखने को मिला। इस दरम्यान वाराणसी शहर के अलग अलग हिस्सों से जत्थे जत्थे में कार्यकर्ता हाथों में कांग्रेस, सपा और आप के झंडे को लेकर रोड शो में शामिल हुए। पूरा बनारस तिरंगामय हो गया। लहरतारा से छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता शैलेंद्र सिंह की अगुवाई में, तो पांडेयपुर से मनीष चौबे, मयंक चौबे के नेतृत्व में, गोदौलिया से गणेश पांडेय, अतुल मालवीय, दक्षिणी से दुर्गा प्रसाद गुप्ता, सीताराम केसरी, ओम प्रकाश ओझा, मनीष मोरोलिया के नेतृत्व में, कैंट से प्रिंस राय खगोलन, विश्वनाथ कुंवर के नेतृत्व में हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता तिरंगा झंडा लेकर रोड शो में शामिल हुए।
शहर ही नहीं गांव से भी आए लोग
रोड शो में न सिर्फ शहरी बल्कि ग्रामीण विधानसभाओं से भी हजारों की संख्या में इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ता हाथों में झंडे लेकर रोड शो में देखे गए। इसी क्रम में रोहनिया और सेवा पूरी विधानसभा से जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, राजीव गौतम, सुनील राय, घनश्याम सिंह, अजय सिंह, डॉ नृपेंद्र नारायण सिंह,जितेंद्र सिंह, विनोद सिंह, प्रकाश सिंह, राजीव राम, आनंद सिंह रिंकू, सुशील सिंह बच्चा बाबू, विकास सिंह के नेतृत्व में हजारों हजार की संख्या में कार्यकर्ता रैली स्थल को जाते देखे गए ।
मोदी के लिए चुनौती
आज के रोड शो में जिस तरह से लाखों कि संख्या में इंडिया गंठबंधन के नेता और कार्यकर्ता इकट्ठा हुए उससे बनारस को जानने और समझने वाले राजनीतिक पंडितों के माथे पर बल आ गया है। इस अपार भीड़ को देख बनारस के हर चट्टी चौराहों तथा बनारस के प्रसिद्ध अड़ियों पर यह बात चर्चा के केंद्र में है कि इस बार का चुनाव मोदी जी के लिए आसान नहीं रह गया है। इस बार बनारस पूरी तरह से बदला बदला सा दिख रहा है। यह 2014 या 2019 वाला बनारस नहीं बल्कि 2024 का बनारस है जो मोदी जी से सूद समेत दस सालों का हिसाब लेने को आतुर और व्याकुल है। गंगा और क्योटो से लेकर स्मार्ट सिटी तक के पूरे हिसाब के लिए तैयार है।