अयोध्या धर्म सभा: अब जमीन का बंटवारा बर्दाश्त नहीं- VHP उपाध्यक्ष चंपत राय

विश्व हिंदू परिषद द्वारा अयोध्या में आयोजित धर्म सभा शुरू हो गयी है।विहिप के उपाध्यक्ष चंपत राय ने स्पष्ट कहा है कि अयोध्या में अब जमीन का बंटवारा बर्दाश्त नहीं है।राम जन्म भूमि पर राम लला के भव्य मंदिर निर्माण में आ रही रूकावटों पर संतों का रूख स्पष्ट करने के उद्देश्य से  विहिप द्वारा यहाँ  अयोध्या के बड़ा भक्त महल बगिया में धर्म सभा ​का आयोजन में किया जा रहा है।

Update: 2018-11-25 16:50 GMT

अयोध्या: विश्व हिंदू परिषद द्वारा अयोध्या में आयोजित धर्म सभा शुरू हो गयी है।विहिप के उपाध्यक्ष चंपत राय ने स्पष्ट कहा है कि अयोध्या में अब जमीन का बंटवारा बर्दाश्त नहीं है।विहिप के उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा हम जमीन का एक टुकड़ा भी नहीं देंगे।एक इंच भी जमीन नहीं देंगे।चंपत राय ने यह भी कहा कि आज हमें यहां इसलिए जुटना पड़ा कि यह मुददा अभी समाप्त नहीं हुआ है। राम जन्म भूमि पर राम लला के भव्य मंदिर निर्माण में आ रही रूकावटों पर संतों का रूख स्पष्ट करने के उद्देश्य से विहिप द्वारा यहाँ अयोध्या के बड़ा भक्त महल बगिया में धर्म सभा ​का आयोजन में किया जा रहा है।

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रामभक्तों की आस्था आज भी 1990 और 92 की भॉंति इस कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए हिलोरे मार रही थी। विराट धर्म सभा के लिए लगभग 375000 हजार से अधिक रामभक्त अयोध्या आये और उन्होंने भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण की प्रतिबद्धता का प्रकटीकरण पूज्य संतों के मार्गदर्शन में लिया। इस भारी संख्या को देखकर अब उन लोगों की ऑंखें भी खुल जानी चाहिए जो भगवान श्रीराम के दिव्य और भव्य मंदिर निर्माण में बाधा बने हुए हैं।

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धर्म सभा के मंच पर संत-महात्मा विरामान है।इसके ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कई पदाधिकारी भी मंचासीन है। विहिप की धर्मसभा संतों ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर इसका शुभारंभ किया।रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास समेत कई शीर्ष संत मंच पर हैं।

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रामभक्त से मैदान खचाखच भर गया

विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री अम्बरीश ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के चारों प्रान्त अवध से बस-1154, चार पहिया छोटे-8336, मोटरसाइकिल-21067, कानपुर से बस-245, चार पहिया छोटे-225, काशी से बस-1005, चार पहिया छोटे-2274, मोटर साइकिल-1410, गोरक्ष से बस-539, चार पहिया छोटे-3554, मोटर साइकिल-6175 से रेल मार्ग से 10,000 इस प्रकार कुल 375000 रामभक्त जो

शनिवार की रात्रि से ही अयोध्या पहुंचने लगे थे और यह क्रम रविवार दोपहर 12 बजे तक बना रहा। उन्होंने बताया कि रामभक्त से मैदान खचाखच भर जाने कें कारण उतने ही रामभक्त अयोध्या नगर में विचरण करते रहे। उन्होंन कहा 1992 के उपरान्त इस प्रकार से अयोध्या में राम भक्तों का जन-ज्वार राम विरोधियों को आईना दिखाने के लिए पर्याप्त है। राम भक्तों ने अपनी विशाल उपस्थिति से से संदेश दिया कि दूसरों की प्राथमिकता बदल सकती है लेकिन हिन्दू समाज की प्राथमिकता केवल और केवल रामलला की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण है। इतनी विशाल संख्या में आये रामभक्तों ने शान्ति और सद्भाव के साथ इस कार्यक्रम को सम्पन्न कराया।

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