Vidhan Parishad State List: केवल इन राज्यों में है विधान परिषद, जाने कैसे होता है इसके सदस्यों का चुनाव

Vidhan Parishad State List: विधान परिषद के सदस्य का कार्यकाल छह साल के लिए होता है। चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम 30 साल उम्र होनी चाहिए। एक तिहाई सदस्यों को विधानसभा सदस्य चुनते हैं।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2022-04-04 09:57 IST

विधान भवन (फोटो-सोशल मीडिया)

Vidhan Parishad State List: इन दिनों यूपी विधान परिषद (स्थानीय निकाय) की 36 सीटों के लिए हो रहे चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों और उसके प्रत्याशियों में इसे जीतने की होड़ लगी हुई है। इस चुनाव से आम जनता को कोई मतलब नहीं है क्योंकि इसमें मतदान का अधिकार विधानसभा सदस्यों ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिकाओं के सदस्य और नगर पालिकाओं के अध्यक्षों को ही है।

किस तरह से बंटी हैं विधान परिषद में 100 सीटें

विधान परिषद के सदस्य का कार्यकाल छह साल के लिए होता है। चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम 30 साल उम्र होनी चाहिए। एक तिहाई सदस्यों को विधानसभा सदस्य चुनते हैं। इसके अलावा एक तिहाई सदस्यों को नगर निगम, नगरपालिका, जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत के सदस्य चुनते हैं। वहीं, 1/12 सदस्यों को शिक्षक और 1/12 सदस्यों को रजिस्टर्ड ग्रेजुएट चुनते हैं।

किस राज्य में है उच्च सदन यानी विधानपरिषद

देश के सभी राज्यों में विधान परिषद नही है। केवल छह राज्यों आन्ध्र प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश में ही विधानसभा के साथ विधान परिषद की व्यवस्था है। इसमें उत्तर प्रदेश विधान परिषद में 100 सीटें हैं। इनका कार्यकाल पांच साल के बजाय छह साल के लिए होता है। इनकी चुनाव की घोषणा भी चुनाव आयोग द्वारा ही होती है। विधानपरिषद सदस्य का दर्जा विधायक के ही समकक्ष होता है।

सत्ता पक्ष का ही होता है यह चुनाव

जो प्रदेश में 2003 में मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार थी उस दौर में जब यह चुनाव हुए तो 2004 में समाजवादी पार्टी 36 में 24 सीटों को जीतने का काम किया था। इसके बाद जब बसपा की सरकार 2007 में आई और 2010 में चुनाव हुए तो बसपा ने 36 में 34 सीटें जीती। फिर जब 2012 में अखिलेष यादव के नेतृत्व में सपा की सरकार बनी तो 2016 में सपा 31 सीटें जीती। इसमें 8 सीटें समाजवादी पार्टी ने निर्विरोध जीती थी।

वोटिंग जिले और विधानभवन में होती है

विधान परिषद सदस्य के चुनाव में वोटिंग जिले में एक या दो जगह पर ही होती है। साथ ही विधानभवन में भी वोटिंग की होती है। जहां पर विधानसभा सदस्य वोटिंग करते हैं। वोटिंग के समय प्रथम वरीयता और दिृतीय वरीयता के आधार पर वोट डाले जाते हैं। इस बार 35 निर्वाचन क्षेत्रों की 36 सीटों पर मतदान होने जा रहा है।

स्थानीय निकाय की इन सीटों पर करेंगे ये लोग वोट

जिन 36 सदस्यों के लिए चुनाव हो रहा है उनको स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्र के तहत जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य और नगर निगम या नगरपालिका के निर्वाचित प्रतिनिधि चुनते हैं। जबकि विधानपरिषद की 10 मनोनीत सदस्यों को राज्यपाल मनोनयन करते हैं।

इसके अलावा 8-8 सीटें शिक्षक निर्वाचन और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के तहत आती हैं। प्रदेश में स्थानीय निकाय कोटे की विधान परिषद की 35 सीटें हैं। इसमें मथुरा-एटा-मैनपुरी सीट से दो प्रतिनिधि चुने जाते हैं इसलिए 35 सीटों पर 36 सदस्यों का चयन होता है।

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