मंदिर में सोना खोदने आए युवकों को गांव वालों ने जमकर पीटा, किया पुलिस के हवाले
ग्रामीणों ने गांव में दफीना खोदने आए तीन आरोपियों को पुलिस के हवाले कर दिया है।
झांसी: चिरगांव थाना क्षेत्र के ग्राम घुसगुंवा स्थित बेतवा बेल्ट किनारे डकैतों के घूमने से गांव में हड़कंप मच गया। बाद में ग्रामीणों की घेराबंदी देख युवकों ने दौड़ लगा दी। इस पर ग्रामीणों ने सक्रियता दिखाते हुए तीन युवकों को पकड़ लिया, जबकि दो युवक अंधेरे का लाभ उठाकर भाग गए। ग्रामीणों ने पकड़े गए तीनों युवकों को पुलिस के हवाले कर दिया। मौके से तीन बाइकें भी बरामद हुई हैं। यही नहीं, दफीना खोदते समय युवकों ने भगवान शंकर का मंदिर भी तोड़ दिया। इस घटना को लेकर गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है।
चिरगांव थाना क्षेत्र में ग्राम घुसगंवा है। यह गांव कसबे से पांच किलोमीटर दूरी पर है। रात के समय गांव के लोग जाग रहे थे, तभी ग्रामीणों को पता चला कि बाइक पर सवार लोग बेतबा बेल्ट किनारे की ओर जा रहे हैं। यह डकैत भी हो सकते हैं। इसकी जानकारी ग्रामीणों को हुई तो वह लोग इकट्ठा हो गए। उधर, बेतवा बेल्ट किनारे बने भगवान शंकर के मंदिर के पास कुछ युवक मोबाइल फोन जलाकर खुदाई कर रहे थे। इसकी भनक भी ग्रामीणों को लग चुकी थी, जिसके बाद ग्रामीणों ने चारों ओर से युवकों को घेर लिया।
ग्रामीणों की आवाजाही देख खुदाई कर रहे युवक भी सकते में आ गए। उन्होंने खुदाई बंद कर दी। इसके बाद ग्रामीण शांत हो गए। ग्रामीणों के शांत होने पर युवकों ने फिर से खुदाई करनी शुरु कर दी। इस पर ग्रामीणों ने मंदिर के पास धावा बोल दिया। उन्होंने तीन युवकों को मौके पर खुदाई करते समय पकड़ लिया। जबकि दो युवक अंधेरा का लाभ उठाकर भाग गए।
युवकों की पिटाई के बाद किया पुलिस के हवाले
इस घटना की जानकारी मिलते ही अन्य लोग भी आ गए। इसके बाद ग्रामीणों ने तीनों युवकों की बेरहमी से पिटाई की। इसके बाद तीनों युवकों को पुलिस के हवाले कर दिया। इनमें एक अऊपारा, दूसरा कसबे, तीसरा युवक दतिया के रहने वाला बताया गया है। इसकी सूचना मिलते ही चिरगांव थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने तीनों युवकों को पकड़कर थाने ले गई। इसके अलावा मौके से तीन बाइक भी बरामद की गई है।
दफीना खोदने आए थे युवक
बेतवा बेल्ट किनारे शंकरजी का मंदिर बना हुआ है। कुछ लोगों ने युवकों को जानकारी दी थी कि शंकर की पिंडी खोदी जाएगी तो उसके नीचे दफीना मिलेगा। इन बातों को लेकर युवक शंकर के मंदिर के पास खुदाई कर रहे थे। खुदाई के दौरान भगवान शंकर का मंदिर भी तोड़ दिया था। दो फिट तक खुदाई की गई थी। हालांकि कुछ नहीं मिला था।
युवकों को डकैत व भैंस चुराकर मानकर पीटा
ग्रामीणों का कहना है कि काफी दिनों पहले भगवान शंकर मंदिर के पास भैंस बंधी हुई थी। इन भैंसों को बदमाश चुरा ले गए थे मगर अभी तक भैंसे बरामद नहीं हो सकी थी। ग्रामीणों का कहना है कि काफी दिनों पहले मध्य प्रदेश के डकैत मंदिर के पास आकर बैठ जाते थे। यह भय ग्रामीणों को था। इन्हीं कारणों के चलते डकैत समझकर युवकों को पीटा गया है।
मुल्जिमों ने किया समझौता
वहीं, दूसरी ओर शनिवार को मुल्जिम पक्ष ने प्रधान से समझौता कर लिया। आरोपियों ने कहा कि वह लोग भगवान शंकर का मंदिर बनवा देंगे। इसके लिए गांव के प्रधान को बुलाया गया। पांचों आरोपियों ने पैसा इकट्ठा कर 51 हजार रुपया गांव के प्रधान को बुलाकर दिया। प्रधान से कहा कि 51 हजार रुपयों में भगवान शंकर का मंदिर बनवा देना। यह बात प्रधान को अच्छी लगी तो उन्होंने थाने में समझौता लिखकर दे दिया। वहीं, पुलिस अगर इस जगह कोई गरीब झगड़ा करता तो उसे दफा 151 के तहत चालान जरुर कर देती। मगर सुविधा शुल्क के आगे सबकुछ ठीक ठाक है।