Sonbhadra News: हाइवे पर ट्रेलर में लगी आग, कोयला लेने के लिए कतार में खड़े रहने के दौरान घटना से हड़कंप

Sonbhadra News: शक्तिनगर थाना क्षेत्र के खड़ि़या में बोदरा बाबा के पास वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर कोयला लोडिंग के लिए, बारी के इंतजार में खड़े ट्रेलर में अचानक ऊंची लपटें उठने से हड़कंप मच गया।;

Update:2025-02-02 18:03 IST

Sonbhadra News (Photo Social Media)

Sonbhadra News: शक्तिनगर थाना क्षेत्र के खड़ि़या में बोदरा बाबा के पास वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर कोयला लोडिंग के लिए, बारी के इंतजार में खड़े ट्रेलर में अचानक ऊंची लपटें उठने से हड़कंप मच गया। इस दौरान केबिन में बैठे चालक ने कूदकर जहां खुद को बचाया। वहीं, आग दूसरे वाहनों को भी चपेट में न ले ले, इसके लिए आनन-फानन में वहां से दूसरे वाहनों को हटाया गया। इस दौरान डीजल टैंक फटने और चक्कों के ब्लास्ट करने के कारण, मौके पर देर तक दहशत की स्थिति बनी रही। सूचना के घंटे भर बाद पहुंचा एनसीएल का दमकल दस्ता भी आग को काबू नहीं कर पाया। एनटीपीसी से पहुंचे दमकल दस्ते ने, जब कड़ी मशक्कत की, तब जाकर आग को काबू पाया गया। इसके चलते दो घंटे से अधिक समय तक हाइवे पर अफरातफरी की स्थिति बनी रही। घंटे भर से अधिक समय तक आवागमन भी प्रभावित रहा।

बताया जा रहा है कि दर्जनों वाहन एनसीएल ख़िड़या सीएचसी प्लांट पर कोयला लोडिंग के लिए बारी आने के इंतजार में, बोदरा बाबा के पास वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर ख़ड़े थे। इसी दौरान दोपहर में एक ट्रेलर से अचानक ऊंची लपटें उठती दिखीं तो हड़कंप मच गया। आग लगने ही, केबिन में बैठा चालक जहां बाहर कूद गया। वहीं, आस-पास मौजूद चालक भी अपने वाहन को लेकर वहां से दूर हट गए लेकिन घटना की तत्काल सूचना दिए जाने के बावजूद, एनसीएल खड़िया का अग्निशमन दस्ता घंटे भर बाद पहुंचा, जिसके चलते आग की स्थिति विकराल हो चुकी थीं। वहीं वाहन का डीजल टैंक ब्लास्ट करने के साथ ही, उसके चक्के एक-एक कर ब्लास्ट करना शुरू हो गए। खड़िया से जो दमकल दस्ता पहुंचा भी तो उसकी लचर स्थिति वाहन संचालकों को नाराज करने वाली रही। स्थिति नियंत्रण से बाहर होता देख, शक्तिनगर पुलिस ने तत्काल एनटीपीसी में तैनात सीआईएसएफ की फायर विंग से संपर्क साधा। एनटीपीसी से पहुंचे दमकल दस्ते ने आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।

यह बताया जा रहा घटना कारण, इसको लेकर नाराजगी की स्थिति:

ट्रेलर चालक रामरक्षा यादव के मुताबिक बारी आने पर वह कोयला लोड करने जाने के लिए वाहन को स्टार्ट कर रहा था। जैसे ही उसने सेल्फ मारा केबिन में ही शार्ट सर्किट से आग भड़क उठी। कपड़े की मदद से आग बुझाने की कोशिश की। कामयाबी नहीं मिली तो वह खुद को बचाने के लिए केबिन से नीचे कूद पड़ा। उसके शोर मचाने पर आस-पास खड़े वाहन दूर हट गए। तत्काल मामले की जानकारी एनसीएल खड़िया प्रबंधन को दी गई लेकिन खड़िया का अग्निशमन दस्ता एक घंटा बाद पहुंचा। इसके चलते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और वाहन का डीजल टैंक, चक्का सहित आधे से अधिक हिस्सा आग की भेंट चढ़ गया। खड़िया प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए नाराजगी के स्वर उठाए जाते रहे।

पूर्व में भी हो चुकी हैं इस तरह की घटनाएं:

लोगों का कहना था कि पूर्व में भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। पांच-छह माह पूर्व ऐसी ही अगलगी की घटना के कारण, केबिन में सोए चालक की जलकर मौत हो गई। नाराजगी जता रहे चालकों-वाहन संचालकों का कहना था कि मिनी रत्न कंपनी का दर्जा रखने वाले एनसीएल के खड़िया कोल प्रोजेक्ट के पास अग्शिमन दस्ते के लिए अच्छी स्थिति में वाहन तक उपलब्ध कराने की व्यवस्था नहीं है। चालक समेत फायर ब्रिगेड के कर्मचारी भी अक्सर नदारद जैसी स्थिति में मिलती है। चालकों का कहना था कि बोदरा बाबा के पास कोयला लोडिंग के लिए बारी के इंतजार में ख़ड़े वाहन के साथ अगलगी की घटना पहली नहीं है। इससे पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं। बावजूद स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही।

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