Mirzapur Crime News: डेढ़ करोड़ के गांजा के साथ तीन गिरफ्तार, पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी
जनपद मीरजापुर के कछवा पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है जिसमें डेढ़ करोड़ के गांजा के साथ तीन आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
Mirzapur Crime News: जनपद मीरजापुर के कछवा पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है जिसमें डेढ़ करोड़ के गांजा के साथ तीन आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। अपराध की रोकथाम एवं अपराधियों व अवैध मादक पदार्थों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में थाना कछवां पुलिस, स्वाट व एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा एक डीसीएम में 8 कुंतल गांजा के साथ 03 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है ।
कछवां पुलिस, स्वाट व एसओजी की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा बुधवार को मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि एक डीसीएम वाहन जो आन्ध्र प्रदेश से चलकर, कछवां के रास्ते होते हुए वाराणसी की तरफ जायेगी । जिसमें अवैध मादक पदार्थ व आम लदा हुआ है । उक्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम द्वारा सघन छानबीन व तलाश की जाने लगी । इसी दौरान कटका पड़ाव स्थित गुरू नानक ढ़ाबा के पास एक संदिग्ध डीसीएम जिस पर तीन व्यक्ति बैठे थे ।
पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा दबिश दी गई
पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा दबिश देकर घेर लिया गया । डीसीएम में बैठे तीनो व्यक्तियों का नाम व पता पूछा गया तो मोतीलाल निषाद पुत्र राधिका प्रसाद निवासी पूरे भरोसी थाना सुकुल बाजार जनपद अमेठी, रमेश महतो पुत्र श्रीपाल महतो निवासी सलेमपुर थाना मांझी जनपद छपरा बिहार, साहब प्रसाद निषाद पुत्र शिव बहादुर निवासी पूरे भरोसी थाना सुकुल बाजार जनपद अमेठी बताया ।
बोरियों में लदा अवैध गांजा 08 कुंतल कीमत करीब ₹ 1.5 करोड़
डीसीएम में लदे माल के बारे में कड़ाई से पूछताछ करने पर उक्त तीनो व्यक्तियों द्वारा बताया गया कि डीसीएम में गांजा लदा है, जिसे कैरेट में आम रखकर ढ़क दिया गया है ताकि किसी को जानकारी न हो सके। विधिक कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम द्वारा वाहन में लदी आम की कैरेट को हटाकर देखा गया तो उसके नीचे 31 बोरियों में लदा अवैध गांजा 08 कुंतल कीमत करीब ₹ 1.5 करोड़ बरामद हुआ । जिसे विशाखापट्टनम से गाजियाबाद ले जाया जा रहा था । अवैध गांजा तस्करी में लिप्त डीसीएम का स्वामी पकड़ा गया मोतीलाल निषाद है, जिसमें पूछताछ के दौरान बताया कि मैं इस वाहन का प्रयोग अवैध रूप से गांजा की तस्करी में करता हूं । गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर आरोपियों को जेल भेजा गया।