Mirzapur News: 27 दिनों से सत्याग्रह आंदोलन कर रहे जल निगम के कर्मचारी, जानिए क्या है मामला
एक तरफ सरकार बड़े-बड़े दावें कर रही है तो दूसरी ओर जल निगम के कर्मचारी आए दिन अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करते हैं..
Mirzapur News: एक तरफ सरकार बड़े-बड़े दावे करती है, दूसरी तरफ कर्मचारी आए दिन अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करते हैं। लेकिन समस्याओं का हल नहीं निकल रहा है, ऐसा ही दृश्य मिर्जापुर जिले के जल निगम के कर्मचारियों का देखने को मिल रहा है। पिछले 27 दिनों से खाना खाने की छुट्टी जब मिलती है उसी समय जल निगम के कर्मचारियों का संकेतिक धरना प्रदर्शन चल रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार से जल निगम संघर्ष समिति के कर्मचारियों को 4 माह से वेतन एवं पेंशन ना मिलने के कारण कर्मचारियों व पेंशनरों के सामने दिक्कत बढ़ती जा रही है। महंगाई के इस दौर में घर चलाना मुश्किल हो रहा है।
घर चलाने में हो रही दिक्कतें
जिसको लेकर उत्तर प्रदेश जल निगम संघर्ष समिति के निर्देश पर सत्याग्रह आंदोलन के 27 वें दिन भी जारी है। जल निगम कर्मचारियों अभियंताओं एवं पेंशनरों को 4 माह से वेतन व पेंशन नहीं मिलने के कारण प्रदेश के सभी जिलों के कर्मचारियों व अधिकारी भोजन अवकाश के दौरान अपने अपने कार्यालयों में सांकेतिक सत्याग्रह आंदोलन कर रहे हैं। सरकार से अपनी मांगों को लेकर मांग कर रहे, कर्मचारियों का कहना है हम लोगों के घरों की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है। अब घर चलाना मुश्किल हो रहा है। बच्चों की फीस, दवा की परेशानी खड़ी हो रही है।
इस अवसर पर संघर्ष समिति के आयोजक अशफाक खान कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार के साथ सदैव सहयोग के लिए तत्पर हैं और रहेंगे लेकिन सरकार हमारी नहीं सुन रही है। सरकार हमें आंदोलन के लिए बाध्य कर रही है। पेयजल आपूर्ति जैसे महत्वपूर्ण विभाग की अनदेखी की जा रही है। सरकार को इसका दुष्परिणाम झेलना होगा। दवाई के अभाव में तमाम कर्मचारी, पेंशनर अपना इलाज नहीं करा पा रहे हैं। जिसके चलते कितने दिवंगत हो गए। लेकिन सरकार हम लोगों की बात नहीं मान रही है। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से महंत सिंह, सूबेदार ,उदय भान, शिवव्रत, मनोज श्रीवास्तव, उत्तम विश्वकर्मा, जवाहर मौर्य, रमाशंकर बिंद, दीनानाथ पाल, शिवप्रसाद, श्री गोपाल आदि लोग उपस्थित रहे।