Sonbhadra: जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल बहन से राखी बंधवाने पहुंचेंगे सोनभद्र, अपर जिलाधिकारी ने जारी किए ये निर्देश
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा 21 अगस्त की शाम सोनभद्र में होंगे। यहां 22 अगस्त रक्षाबंधन पर्व की सुबह अपनी बहन से राखी बंधवाने और भ्रमण कार्यक्रम पूर्ण होने के बाद वाराणसी एयरपोर्ट के लिए वापस चले जाएंगे।
सोनभद्र। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा 21 अगस्त की शाम सोनभद्र में होंगे। यहां 22 अगस्त रक्षाबंधन पर्व की सुबह अपनी बहन से राखी बंधवाने और भ्रमण कार्यक्रम पूर्ण होने के बाद वाराणसी एयरपोर्ट के लिए वापस चले जाएंगे।
सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए जाने का काम शुरू
उपराज्यपाल के आगमन की जानकारी अपर जिलाधिकारी आशुतोष कुमार दूबे के हवाले से सरकारी प्रवक्ता ने गुरुवार की देर शाम दी। जिसके बाद एरिया में गुरुवार की देर शाम से ही सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए जाने का काम शुरू कर दिया गया। वहीं, लोक निर्माण विभाग को उनके बहन के गांव की सड़क को गड्ढा मुक्त करने और बिजली विभाग को उपराज्यपाल के आने से लेकर वापसी तक निर्बाध बिजली आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
दी गई जानकारी में बताया गया है कि उपराज्यपाल के साथ उनकी पत्नी, उनके ओएसडी और पर्सनल असिस्टेंट भी सोनभद्र आएंगे। 21 अगस्त की शाम 4:25 बजे चार्टर प्लेन से वाराणसी एयरपोर्ट पर लैंड करेंगे। जरूरी औपचारिकताओं के बाद 4:55 बजे Z+ सिक्योरिटी और केंद्रीय सुरक्षा बल की निगरानी में सोनभद्र में सुकृत के पास स्थित अपनी बहन के गांव आमडीह के लिए सड़क मार्ग से रवाना होंगे। शाम 6:55 बजे वह आमडीह पहुंचेंगे। यहीं वह रात्रि विश्राम करेंगे। 22 अगस्त को दोपहर 1:45 बजे वाराणसी एयरपोर्ट के लिए वापस हो जाएंगे।
बता दें कि गाजीपुर जनपद के मोहनपुरा निवासी मनोज सिन्हा पिछले कई सालों से प्रतिवर्ष आमडीह बहन से राखी बंधवाने आते रहते हैं। जम्मू कश्मीर का उप राज्यपाल बनने के बाद उनका यह क्रम बना रहेगा या नहीं इसको लेकर चर्चाएं जारी थी। गुरुवार की शाम जिला प्रशासन की तरफ से उनके कार्यक्रम का प्रोटोकॉल जारी होने के बाद चर्चाओं को विराम लग गया।
7 अगस्त 2020 से जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल का संभाला दायित्व
सिन्हा ने वर्ष 1982 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (BHU), वाराणसी से सिविल इंजीनियरिंग में एमटेक किया है। वे बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के विद्यार्थी संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। वर्ष 1989-96 के मध्य वह राष्ट्रीय परिषद के सदस्य भी थे। वर्ष 1996 में 11वीं लोक सभा के लिए निर्वाचित होने में कामयाब हुए। वर्ष 1999 में उन्हें पुन: 13वीं लोक सभा के लिए सांसद निर्वाचित होने में सफलता मिली। 1999 से 2000 के मध्य उन्होंने योजना और वास्तुशिल्प विद्यापीठ की महापरिषद के सदस्य की जिम्मेदारी संभाली। शासकीय आश्वासन समिति और ऊर्जा समिति के सदस्य भी रह चुके हैं। वर्ष 2014 में 16वीं लोकसभा के लिए गाजीपुर से सांसद निर्वाचित हुए थे। इसके बाद रेल राज्य मंत्री का दायित्व संभाला। 7 अगस्त 2020 से जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल का दायित्व संभाल रहे हैं।
अपर जिलाधिकारी ने दिए निर्देश
उनके आगमन को दृष्टिगत रखते हुए अपर जिलाधिकारी आशुतोष दुबे ने जिलाधिकारी से मिले निर्देश के क्रम में पुलिस अधीक्षक को उपराज्यपाल के आगमन के समय सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ रखने और मुख्य चिकित्सा अधिकारी व्यवस्था को आमडीह में एंबुलेंस व्यवस्था के साथ ही चिकित्सा की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए हैं। उप जिलाधिकारी रॉबर्टसगंज को शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए मौके पर उपस्थित रहने के लिए कहा गया है। अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग को उपराज्यपाल के साथ आए लोगों के खानपान ठहराव की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। अभिहित अधिकारी खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन सहित अन्य को को भी जरूरी हिदायतें दी गई हैं।