Asaduddin Owaisi Vs wasim Rizvi : वसीम रिजवी का औवेसी पर बड़ा आरोप कहा, वह हिन्दुओं का कत्लेआम कराना चाह रहे हैं
Asaduddin Owaisi की शिकायत पर यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने बयान दिया है।
Asaduddin Owaisi Vs wasim Rizvi : शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी (UP Shia Waqf Board ex Chairman Wasim Rizvi) ने आज एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM Chief Asaduddin Owaisi) के खिलाफ जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि वह हिन्दुस्तान में कत्लेआम कराना चाहते हैं। इसलिए वह मुस्लिम नौजवानों को भड़काने का काम कर रहे हैं।
वसीम रिजवी का बयान
वसीम रिजवी (Wasim Rizvi statement) ने एक वीडियो जारी कर कहा कि असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) हिन्दुस्तान की राजनीति में एक तवायफ जैसा है जो हिन्दुस्तान में एक मुस्लिम सियासी पार्टी (Muslim party) बनाकर मुस्लिम नौजवानों को आतंक की तरफ दावत दे रहा है। वो अपनी बातों में उन्हे रिझा रहा है ताकि वह हिन्दुस्तान में हिन्दुओं का एक बहुत बड़ा कत्लेआम मुसलमानों के हाथों से करवा सके। हमारी किताब मोहम्मद (book on Mohammad Paigambar) के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज कराने से पहले असदुद्दीन ओवैसी को उसे पढ़ना चाहिए और जवाब देना चाहिए कि हमने उसमे क्या गलत लिखा है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में खिलाफ हैदराबाद में पैगंबर मोहम्मद ( Mohammad Paigambar) पर अपनी किताब मुहम्मद में आपत्तिजनक बयानों का इस्तेमाल करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। उनके खिलफ यह एफआईआर आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमी (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर लिखी गयी हैं। रिजवी की इस विवादस्पद किताब को लेकर उत्तर प्रदेष के कई हिस्सों में धरना प्रदर्षन होने के साथ ही उनके पुतले भी फूंके गए हैं। षिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने कुछ दिनों पहले ही गाजियाबाद के डासना के महाकाली मंदिर में दर्शन करने के बाद महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती से अपनी विवादित किताब 'मोहम्मद' का विमोचन कराया।
वसीम रिजवी कई बार विवादों में आ चुके
इससे पहले भी वसीम रिजवी कई बार विवादों में आ चुके हैं। इसके पहले वह कुरान की आयतें हटाने की याचिका से भी विवादों में रहे थे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर मांग की थी कि कुरान की 26 आयतों को हटाया जाए। क्योंकि कुरान की 26 आयतें आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली हैं। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को खारिज कर दिया। वसीम रिजवी पर 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया था।