'पानी बचता तो काम आता',CM की अगवानी में बहा दिए हजारों लीटर
सत्ता में आने से पहले भाजपा बीआईपी कल्चर का जमकर विरोध करती थी, लेकिन सत्ता में आने के बाद कुछ दिनों के लिए तो इसका असर प्रदेश के मुखिया के ऊपर दिखाई दिया, योगी ने अपने कार्यक्रम में फूलों का गुलदस्ता देने से मना किया, रेड कारपेट को भी बिछाने
गोरखपुर: सत्ता में आने से पहले भाजपा वीआईपी कल्चर का जमकर विरोध करती थी,लेकिन सत्ता में आने के बाद कुछ दिनों के लिए तो इसका असर प्रदेश के मुखिया के ऊपर दिखाई दिया, योगी ने अपने कार्यक्रम में फूलों का गुलदस्ता देने से मना किया, रेड कारपेट को भी बिछाने से मना किया, लेकिन अब यह आदेश बेअसर नजर आ रहा है,आज गोरखपुर आगमन पर योगी के स्वागत में सड़कों को हजारों लीटर पानी से कई किलोमीटर तक धो दिया गया।
जिस रास्ते से होकर योगी आदित्यनाथ को गुजरना था, उन सड़कों की धुलाई जलकल विभाग द्वारा कराया गया, मुख्यमंत्री को खुश करने के लिए उनके मातहत अधिकारियों ने हर दावं अपनाना शुरू कर दिया है। जिसकी एक मिसाल गोरखपुर में देखने को मिली, जहां सड़कों को पानी से धोकर चमकाया जा रहा है। शहर में हर तरफ गंदगी फैली रहती है, पर नगर निगम के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगती।
गोरखपुर के कई इलाकों में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं, उन तक पानी पहुंचाने के बजाय, मुख्यमंत्री की चापलूसी में सड़कों को धोया जा रहा है, जबकि खुद योगी ने VIP कल्चर का सख्त विरोध किया है, अब सवाल यह उठता है, कि योगी के आदेश के बावजूद इस तरह की हरकत करने वाले अधिकारियों पर कोई कार्यवाही होगी या नहीं इस मामले पर जनता ने भी अपनी राय रखी और कहा कि ये गलत है।
जनता का कहना है कि किसी वीआईपी के लिए पानी को बर्बाद करना ये गलत है, पानी की किल्लत आज हर जिले में हर प्रदेश में है, गोरखपुर में भी पानी का लेबल काफी निचे जा चुका है, उसके बावजूद पानी का इस तरह से दुरुपयोग करना ये कहा तक सही है सपा के शासन काल में जब आजमखान के गोरखपुर आने के दौरान सड़कों को धुला गया तो काफी हो हल्ला किया गया था।
विभाग के एक कर्मचारी ने बताया कि योगी जी गोरखपुर आ रहे हैं, इसलिए हमें सड़क धोने का आदेश मिला है, हम उन हर सड़कों को धो रहे हैं, जहां से योगी गुजरेंगे बाकी सारी हकीकत तस्वीरें खुद बयान कर रही हैं।
ये हाल है, भाजपा के शासन काल में मौजूद अधिकारियो का, अपने सीएम को खुस करन के लिए यहा के अधिकारियो ने सडको पर कई हजार लीटर पानी से धो दिया, एक तरफ जहा पानी को लेकर इतनी किल्लत है,वहीँ दूसरी तरफ इतने बड़े पैमाने पर पानी का दुरुपयोग कितन सही है, इसका अंदाजा बखूबी लगाया जा सकता है।