गोरखपुर: शादी के 48 साल तक मातृत्व सुख से वंचित एक महिला आखिरकार टेस्ट ट्यूब बेबी तकनीक से मां बन गई। मां न बन पाने का दुख और सामाजिक उपेक्षा के चलते हताश इस मां के लिए मेडिकल साइंस वरदान बन गई।
मिल गया मातृत्व सुख
-मेडिकल साइंस ने 67 वर्षीया महिला को मां बनने का सुख दिया।
-शादी के 48 वर्ष बाद भी गोरखपुर की इस महिला के बच्चा नहीं था।
-खजनी निवासी जय प्रकाश पांडे और उनकी 67 वर्षीया पत्नी अध्यावती बच्चे के जन्म से बेहद खुश हैं।
-फिलहाल जच्चा-बच्चा दोनों हॉस्पिटल में हैं और पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
इस उम्र में चमत्कार
-टेस्ट ट्यूब से जन्म नया नहीं है, लेकिन इस उम्र में बच्चे के जन्म को मेडिकल विशेषज्ञ भी आश्चर्य से देख रहे हैं।
-स्त्री- प्रसूति विशेषज्ञ डॉ सोना घोष के अनुसार 45 की उम्र के आसपास मासिक धर्म समाप्त होने के बाद बच्चेदानी सिकुडने लगती है।
-65 की उम्र में तो बच्चेदानी नहीं के बराबर होती है इसलिए गर्भ ठहरना लगभग असंभव होता है।
खास तरीके अपनाए गए
-अध्यावती के मामले में हार्मोन्स व अन्य दवाए देकर करीब 3 महीने पहले से बच्चेदानी का इलाज शुरू किया गया था।
-सामान्य आकार में आने के बाद सहेज कर रखे गए रखे गए अंडों को विकसित होने के 48 घंटे बाद महिला की बच्चेदानी मे प्रत्यारोपित किया गया।
-यह कोशिश सफल रही और अध्यावती मां बन गईं।