कानपुर: कानपुर के पनकी इंडस्ट्रियल एरिया में देर रात चांद छाप यूरिया (फर्टिलाइजर) की फैक्ट्री में अचानक अमोनिया गैस के रिसाव से हड़कंप मच गया। देखते-देखते गैस करीब 1 किलोमीटर के क्षेत्र में फैल गई। गैस रिसाव से फैक्ट्री में कार्यरत कर्मचारियों की आंखों में जलन और दम घुटने से 5 कर्मचारी बेहोश हो गए। जिन्हें एम्बुलेंस द्वारा अस्पताल भेज दिया गया ।
सूचना मिलते ही मौके पर दमकल विभाग की टीम और पुलिस के आलाधिकारी पहुंच गए। कई घंटों तक फैक्ट्री की टेक्निकल टीम गैस रिसाव बंद करने का प्रयास करती रही। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ समय के लिए फैक्ट्री में काम बन्द कर दिया गया । घटना के वक्त फैक्ट्री में करीब 500 कर्मचारी थे।
क्या है पूरा मामला
-घटना कानपुर की है।
-पनकी इंडस्ट्रियल एरिया में चांद छाप यूरिया की कानपुर फर्टिलाइजर एंड सीमेंट लिमिटेड नाम की फैक्ट्री में अचानक अमोनिया रिसाव से भगदड़ की स्थिति बन गई।
-फैक्ट्री में खतरे का सायरन बजते ही कर्मचारियों में हड़कंप मच गया और वो आननफानन में बाहर भागने लगे।
-फैक्ट्री में लगा 2000 टन का अमोनिया गैस से भरा टैंकर लीक हो गया था।
-जिस समय घटना हुई, उस समय फैक्ट्री में करीब 500 कर्मचारी काम कर रहे थे।
-घटना के बाद फैक्ट्री का अग्निशमन दस्ता तुरंत सक्रिय होकर अंदर फंसे कर्मचारियों को बचाने में जुट गया।
बेहोश हो गए कई कर्मचारी
-अमोनिया गैस के रिसाव से करीब 5 कर्मचारियों को बेहोशी आ गई।
-जिन्हें एम्बुलेंस की सहायता से तुरंत करीब के प्राइवेट हॉस्पिटल भेजा गया।
-गैस रिसाव की सूचना पर दमकल विभाग ने भी तेजी दिखाते हुए तीन दमकलों सहित अपनी टीम भेजी।
-वहीं पुलिस के आलाधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंच गए।
-फैक्ट्री शिफ्ट मैनेजर ने बताया कि अमोनिया गैस के रिसाव से कुछ कर्मचारियों को सांस लेने में परेशानी थी।
-उन्हें अस्पताल भेज दिया गया है और टेक्निकल टीम गैस रिसाव को रोकने का प्रयास कर रही है।
क्या है फैक्ट्री मैनेजर का कहना
-शिफ्ट मैनेजर ओमकार सिंह के मुताबिक टेक्निकल टीम अमोनिया लीकेज को ठीक करने में लगी है।
-उन्होंने बताया कि सबसे अच्छी बात यह है कि हवा नहीं चल रही थी, वरना दिक्कत बढ़ सकती थी।
-लेकिन फर्टिलाइजर में अमोनिया प्लांट लगा है, वह आधुनिक है।
-यह प्लांट वातावरण से नाइट्रोजन को एब्जॉर्ब करता है।
-इसके बाद टेक्निकल टीम इसे अमोनिया में कन्वर्ट करती है।
-इस विधि में यदि लीकेज जैसी चूक होती है, तो जल्द ही कंट्रोल किया जा सकता है।