यूनिफॉर्म सिविल कोड को योगी का सपोर्ट, बोले- सभ्य समाज में नहीं होते 3 तलाक, 4 विवाह

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तीन तलाक और चार विवाह का मामला विवादित है। किसी भी सभ्‍य समाज में तीन तलाक और चार विवाह का अधिकार नहीं नहीं हो सकता। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश एक विधान, एक निशान और एक प्रधान की व्यवस्था से चलेगा। समान नागरिक संहिता देश की जरूरत है।

Update:2016-10-17 14:13 IST

गोरखपुर: भारतीय जनता पार्टी के सांसद महंत आदित्यनाथ ने सरकार के यूनिफॉर्म सिविल कोड का सपोर्ट किया है। उन्होंने कहा कि देश में सबके लिए एक ही कानून होना चाहिए। किसी भी सभ्‍य समाज में तीन तलाक और चार विवाह का अधिकार नहीं हो सकता। तीन तलाक का मामला कोर्ट देख रहा है। सभी पक्षों से राय मांगी गई है। तीन तलाक और चार विवाह का मामला विवादित है। यह बात उन्होंने खाद कारखाने के भूमि पूजन पर कही।

देश में एक हो व्यवस्था

-योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश एक विधान, एक निशान और एक प्रधान की व्यवस्था से चलेगा। समान नागरिक संहिता देश की जरूरत है।

-राष्‍ट्र की व्‍यवस्‍था संविधान से चलेगी किसी के निजी कानून से नहीं। निजी कानून निजी कामों के लिए हो सकते हैं, शादी जैसे सामाजिक कामों के लिए नहीं।

-उन्होंने सवाल किया कि तमाम मुस्लिम देशों ने इस प्रकार की कुप्रथाओं को रोका है, तो भारत में क्‍यों नहीं रोका जा सकता।

-योगी ने कहा कि यहीं से समान नागरिक संहिता की बात प्रारम्‍भ होती है। इस पर राष्ट्रहित में विचार किय़ा जाना चाहिए।

अनुराग पर भड़के योगी

-फिल्‍म निर्माता अनुराग कश्‍यप के प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी पर दिए गए बयान पर योगी ने तीखी प्रतिक्रिया जताई।

-उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवान कृष्‍ण की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने भी अंतिम समय तक समझौते का प्रयास किया था।

-लेकिन पाकिस्तान नहीं माना, तो सर्जिकल स्ट्राइक के रूप में भारत का पराक्रम सारी दुनिया ने देखा।

-योगी ने कहा कि अनुराग कश्यप देश से माफी मांगें।

-बताते चलें, कि अनुराग कश्‍यप ने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के 25 दिसंबर के पाकिस्‍तान दौरे के लिए देश से माफी मांगने को कहा था।

वाराणसी हादसे पर भी बोले योगी

-वाराणसी में हुई दुघर्टना को भाजपा सांसद ने प्रशासनिक अव्यवस्था का नतीजा बताया।

-उन्होंने हादसे की जांच करके दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।

कारखाने का भूमि पूजन

-गोरखपुर का बंद कारखाना अब हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड यानी एचयूआरएल के नाम से जाना जाएगा।

-यह कंपनी कोल इंडिया और नेशनल थर्मल पॉवर कॉर्पोरेशन के साझा उपक्रम के रूप में काम करेगी।

-ये खाद कारख़ाना 32 महीने में पूरा हो जाएगा और इसकी लागत 600 हजार 300 सौ करोड़ रुपये आएगी।

-खाद कारखाने का प्लांट जुलाई 2017 तक शुरू हो जाएगा।

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