UP News: शिक्षा के क्षेत्र में योगी सरकार का एक और बड़ा कदम, क्लास एक और दो के बच्चे अब पढ़ेंगे NCERT की किताबें
UP News: अप्रैल 2024 से शुरू हो रहे नए शैक्षणिक सत्र से इन दो क्लास के बच्चे SCERT के बजाय NCERT की किताब पढ़ते नजर आएंगे।
UP News: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा एक और दो के बच्चे अब राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की किताबें पढ़ेंगे। फिलहाल परिषदीय विद्यालयों में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र (SCERT) की किताबें पढ़ाई जा रही हैं। लेकिन अप्रैल 2024 से शुरू हो रहे नए शैक्षणिक सत्र से इन दो क्लास के बच्चे SCERT के बजाय NCERT की किताब पढ़ते नजर आएंगे। शिक्षा विभाग के मुताबिक, परिषदीय स्कूलों में कक्षा एक और दो के छात्रों की संख्या 45 लाख है।
बेसिक शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्र द्वारा बनाई गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत सिलेबस में किए गए बदलावों को लागू करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। आने वाले समय में चरणबद्ध तरीके से इसे कक्षा तीन से आठ तक लागू किया जाएगा। यानी आठवीं तक के परिषदीय स्कूल के बच्चे अब NCERT की किताब पढ़ेंगे। इससे यूपी बोर्ड के स्टूडेंट्स को भी राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किए गए सिलेबस को पढ़ने का मौका मिलेगा।
NCERT की किताबों में होगा थोड़ा बदलाव
गुरूवार को कैबिनेट की बैठक में परिषदीय स्कूलों में कक्षा एक और दो के बच्चे को अगले शैक्षणिक सत्र से SCERT के बजाय NCERT की किताब के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। राज्य सरकार NCERT की किताबों में जरूरत के हिसाब से थोड़ा बदलाव भी करेगी। इसके लिए पहले केंद्र से अनुमति ली जाएगी। राष्ट्रीय स्तर पर पढ़ाए जा रहे सिलेबस को लागू कर क्षेत्रीय व मातृभाषा में पढ़ाई को बढ़ावा दिया जाएगा।
परिषदीय स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक किया जाएगा। निजी स्कूलों की तरह वहां भी स्मार्ट क्सास के जरिए विद्यार्थियों को रोचक ढंग से पढ़ाने की व्यवस्था की जाएगी। बेसिक शिक्षा विभाग का पूरा फोकस विद्यार्थियों के लिए तनाव मुक्त वातावरण तैयार करना है और साथ ही उनके कौशल विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा।
बता दें कि वर्तमान में माध्यमिक स्कूलों में कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यार्थियों को NCERT का सिलेबस पढ़ाया जा रहा है।