Yogi Government Master Plan: नदी किनारे बसे यूपी के 32 शहरों की बदलेगी सूरत, योगी सरकार ने तैयार किया मास्टर प्लान
Yogi Government Master Plan: मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग को सौंपी गई है, केंद्र और यूपी सरकार ने जो प्रस्ताव मिलकर तैयार किया है उसके मुताबिक यूपी के 32 शहरों पर खास फोकस किया जाएगा।
Yogi Government Master Plan: उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) नदियों के किनारे बसे शहरों को चमकाने की योजना तैयार की है। गुजरात के साबरमती फ्रंट (Gujarat to Sabarmati Front) की तर्ज पर यूपी के छोटे बड़े शहर भी चमकेंगे । अभी उत्तर प्रदेश की बात करें तो राजधानी लखनऊ (Lucknow) में गोमती रिवर फ्रंट (Gomtinagar Riverfront) अखिलेश यादव सरकार (Akhilesh Yadav government) में बनाया गया था, जहां पर्यटकों की भारी भीड़ (tourists crowd) जुटती है। सरकार ने जो प्रस्ताव तैयार किया है उसमें गंगा, यमुना जैसी बड़ी नदी ही नहीं बल्कि छोटी नदियों के किनारे बसे शहरों में भी रिवर फ्रंट बनाने की तैयारी की जा रही है। जिसका मास्टर प्लान (Master Plan) तैयार कर मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग को भेज दिया गया है, विभाग का मानना है कि रिवर फ्रंट बनने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
नदी किनारे बसे शहरों की बदलेगी सूरत
जानकारी के मुताबिक राजधानी लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, आगरा, अयोध्या जैसे बड़े शहरों के साथ ही गाजीपुर, मैनपुरी,जौनपुर, सुल्तानपुर, बहराइच, आजमगढ़, बलिया, मऊ पीलीभीत, बदायूं, शाहजहांपुर, कन्नौज, बस्ती, देवरिया, गोरखपुर, झांसी, ललितपुर, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, मिर्जापुर, सीतापुर, मुगलसराय, रायबरेली, प्रतापगढ़ समेत 32 शहरों में रिवरफ्रंट विकसित किए जाएंगे।
अमृत योजना के तहत 59 शहरों का मास्टर प्लान तैयार
बता दें योगी सरकार ने अमृत योजना के तहत उत्तर प्रदेश के 59 शहरों का मास्टर प्लान तैयार किया है। इसकी जिम्मेदारी मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग को सौंपी गई है, केंद्र और यूपी सरकार ने जो प्रस्ताव मिलकर तैयार किया है उसके मुताबिक यूपी के 32 शहरों पर खास फोकस किया जाएगा। यह शहर नदियों के किनारे बसे हैं। इनकी खूबसूरती को बढ़ाने के लिए अमृत योजना के तहत नदियों के किनारों का विकास होगा। जिनमें हरे-भरे पौधे, नदियों की सफाई कर उसका कायाकल्प करने के साथ ही वहां बैठने, टहलने की पूरी व्यवस्था के साथ लाइटिंग करके भी चमकाया जाएगा। अभी फिलहाल लखनऊ में गोमती रिवर फ्रंट बनाया गया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि नवंबर तक रिवरफ्रंट को लेकर पूरी तरह से मास्टर प्लान तैयार कर इसे जमीन में उतारने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
ऐसे बदलेगी तस्वीर
-नदियों की गंदगी साफ होगी, हरे भरे पार्क बनेंगे।
-टहलने के लिए पाथवे का निर्माण होगा।
- नदी किनारे बैठने के लिए बेंच लगेंगीं
-जगह जगह छोटे-छोटे शेड होंगे
-पीने के पानी का इंतजाम होगा
-सार्वजनिक शौचायल भी बनेंगे
अखिलेश सरकार में बना था गोमती रिवर फ्रंट, चल रही है जांच
गौरतलब है कि अखिलेश यादव की सरकार के कार्यकाल में लखनऊ में गोमती नदी के तट पर बने रिवर फ्रंट को समाजवादी पार्टी का ड्रीम प्रोजेक्ट बताया गया था। इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद से ही इसमें बड़े घोटाले के आरोप लगते रहे थे, यूपी में योगी सरकार आने के बाद इसकी प्रारंभिक जांच के बाद केस सीबीआई को सौंप दिया गया था। करीब 1500 करोड़ रुपये के इस घोटाले की जांच फिलहाल सीबीआई कर रही है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। योगी सरकार ने तीन साल पहले घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की संस्तुति की थी।