UP Politics : 'मैं विधायक योगेश वर्मा नहीं हूं, जो ...', आरोपों के जवाब में बोले मंत्री आशीष पटेल
UP News : प्रदेश सरकार के मंत्री आशीष पटेल ने भ्रष्टाचार के लगे आरोपों का ढीकरा सरकार और सूचना विभाग पर फोड़ दिया है।
UP News : प्रदेश सरकार के मंत्री आशीष पटेल ने भ्रष्टाचार के लगे आरोपों का ढीकरा सरकार और सूचना विभाग पर फोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि वह साजिशों से डरने वाले नहीं हैं। चाहें कोई कितना भी कंकड़ फेंके, हम उसका जवाब पत्थर से ही देंगे। उन्होंने कहा कि हम सामाजिक न्याय के लिए लड़ते रहेंगे, फिर चाहें 69 हजार शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी का मामला हो या कोई और मामला। बता दें कि उनकी यह प्रतिक्रिया अपना दल (कमेरावादी) की नेता और सपा विधायक पल्लवी पटेल द्वारा कथित अनियमितताओं के खिलाफ जांच की मांग को लेकर विधानसभा परिसर में धरने पर बैठने के दो दिन बाद आई है। मंगलवार को उन्होंने दावा किया कि उन्हें विधानसभा में इस मामले को उठाने की अनुमति नहीं दी गई।
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, साजिशों के जाल बुनते रहिए, मैं डरने वालों में नहीं हूं। धरनारत विधायक के साथ धरने पर बैठे और किसी बाहरी व्यक्ति से लगातार निर्देश प्राप्त कर रहे दो व्यक्ति कौन थे, जो उस समय देर रात राज्य के सबसे सुरक्षित परिसर विधानसभा में मौजूद थे, जहां सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद परिंदा भी पर नहीं मार सकता? किस पुलिस अधिकारी ने सारे नियमों को ताक पर रख कर इन्हें विधानसभा परिसर में आने की अनुमति दी?
अपनी ही सरकार का कर रहे चरित्र हनन
उन्होंने आगे लिखा, 1700 करोड़ के बजट वाले राज्य के सूचना विभाग का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ की अगुवाई वाली सरकारों की नीतियों, कार्यक्रमों की जानकारी आम जनमानस तक पहुंचाने की है। हालांकि विभाग के छोटे अधिकारी इसका उपयोग कर अपनी ही सरकार के मंत्रियों के मान मर्दन और चरित्र हनन में जुटे हैं। क्या इनका काम मंत्रियों पर झूठे आरोपों को रोकने के बजाय शह देना और अधूरे तथ्यों को उपलब्ध कराकर भ्रम पैदा कर खिलाफ में खबरें छपवाना है?
उन्होंने लखीमपुर खीरी के विधायक योगेश वर्मा की घटना का भी जिक्र किया और कहा कि साजिश रचने वाले समझ लें, मैं विधायक योगेश वर्मा नहीं हूं, जो थप्पड़ खाने और अपमानित होने के बावजूद किसी मजबूरी में चुप रह गए। मैं सरदार पटेल का वंशज हूं। डरना नहीं, मुकाबला करना मेरी फितरत में है। कोई कंकड़ फेंकेगा तो जवाब पत्थर से मिलेगा।
आशीष पटेल ने कहा कि एक बात और, कितनी भी साजिश रचें, चरित्रहनन की कोशिश करें, अपना दल (एस) सामाजिक न्याय से जुड़े मामले उठाते रहेगा। चाहें जो भी कीमत चुकानी पड़े, सामाजिक न्याय की आवाज बंद नहीं होगी। चाहे 69 हजार शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी का मामला हो या ऐसे ही अन्य मामले। हमारी पार्टी ने पूरी ताकत से अपनी बात रखी है और आगे भी उसी मजबूती से अपनी बात रखेंगे। अंत में - कुछ लोग जो खामोश हैं ये सोच रहे हैं, सच बोलेंगे जब सच के जरा दाम बढ़ेंगे।
पल्लवी पटेल ने लगाए आरोप
बता दें कि सोमवार को देर रात तक विधानसभा परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठीं पल्लवी पटेल ने आरोप लगाया कि तकनीकी शिक्षा विभाग के तहत आने वाले सरकारी पॉलीटेक्निक कॉलेजों में विभागाध्यक्षों की सीधी भर्ती के बजाय कॉलेजों में कार्यरत प्रवक्ताओं को पदोन्नत कर विभागाध्यक्ष बना दिया गया है। आरोप यह भी लगाया गया है कि अगर सीधी भर्ती के जरिए पद भरे जाते तो पिछड़े और दलित वर्ग के उम्मीदवारों को आरक्षण का लाभ मिलता। वहीं, इससे पहले बीजेपी विधायक मीनाक्षी सिंह ने भी आशीष पटेल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी।