UP Supplementary Budget: योगी सरकार का आज आएगा अनुपूरक बजट, शिवपाल यादव ने उठाए सवाल, जानिए क्या है अनुपूरक बजट?

UP Supplementary Budget 2023: इस साल फरवरी में योगी सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 6.90 लाख करोड़ रुपये का भारी भरकम बजट पेश किया था। जानिए इतना होगा अनुपूरक बजट?

Written By :  Viren Singh
Update:2023-11-29 09:30 IST

Supplementary Budget 2023 (सोशल मीडिया) 

UP Supplementary Budget 2023: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीत्रकालीन सत्र की शुरुआत मंगलवार को हो चुकी है। सत्र की शुरुआत सुबह 11 बजे से हुई। इसके शुरू होती है, सबसे पहले विधानसभा में शोक प्रस्ताव पढ़ा गया। इस दौरान सदन नेता पक्ष एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ और सदन नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सदन के सदस्यों के निधन पर शोक संवेदना प्रकट कीं, जिसमें हाल ही में भाजपा के विधायक आशुतोष टंडन (Ashutosh Tandon) के निधन पर दोनों नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। आज शोक प्रस्ताव के बाद सदन को स्थगित कर दिया गया। साल 2023 का विधानमंडल का तीसरा और 18वीं विधानसभा का छठवां सत्र है। बुधवार को शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन होगा और इस दिन योगी सरकार अपना अनुपूरक बजट पेश करने जा रही है। इस बजट पर पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने योगी सरकार को घेरा है और बिना जरूरत का बजट करार दिया है। तो आइये आपको बताते हैं कि क्या होता है अनुपूरक बजट और सरकारें इसको क्यों लाती हैं?

सबसे पहले शिवपाल यादव ने अनुपूरक बजट पर क्या बोला है, वह आपको बताते हैं।

अनुपूरक बजट पर बोले शिवपाल यादव

मंगलवार को विधानसभा के शीतकालानी सत्र में शामिल होने के बाद सदन के बाहर मीडिया से शिवपाल यादव मुखातिब हुए। जब उनसे पूछा गया है कि योगी सरकार अनुपूरकर बजट पेश कर रही है, इस पर आपका क्या मत है तो इस पर शिवपाल ने कहा कि योगी सरकार अभी बजट का 70 फीसदी हिस्सा अभी खर्च नहीं कर पाई है, तो अनुपूरक बजट क्यों लेकर आई, यह समझ के परे है। सरकार को सत्र लंबा चलाना चाहिए। यूपी में काफी समस्याएं हैं। इसमें स्वास्थ्य, बेरोजगारी, बिजली, पानी, सिंचाई, सड़कों पर गड्ढे जैसे समस्याएं शामिल है लेकिन योगी सरकार इस पर बजट खर्च नहीं कर पा रही है।

शिवपाल बोले, सूबे की स्वास्थ्य सेवाएं ICU पर

उन्होंने कहा कि सरकार इसलिए तीन का शीतकालानी सत्र लेकर आई है, ताकि इन मुद्दों पर चर्चा न हो सके। हम सरकार के इस छोटे सत्र का विरोध करेंगे। यूपी में स्वास्थ्य सेवाएं आईयूसी पर चली गई हैं। हम सरकार के छोटे सत्र होने की वजह से इन मुद्दों पर चर्चा न होने का विरोध करेंगे और जरुर करेंगे, हमारा काम है।

जानें क्या होता है अनुपूरक बजट?

बुधवार को योगी सरकार अपना अनुपूरक बजट पेश करेगी। अनुपूरक बजट (supplementary budget) राज्य सरकार विपरीत परिस्थितियों में ही पेश करती है। जब किसी विभाग को बजट सत्र में आवंटित की गई धनराशि कम पड़ जाती है तो सरकार वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले ही अनुपूरक बजट लाती है। वार्षिक बजट पूरे वित्त वर्ष के लिए होता है। हालांकि साल के बीच में इस प्रकार के अनुपूरक बजट संवैधानिक परिपाटी है।

चुनावी बजट भी कहा जाता

वहीं बजट एक्सपर्ट का कहना है कि सरकारें चुनाव से पहले इस तरह का अनुपूरक बजट पेश करती हैं। देश में अगले साल लोकसभा चुनाव है। यूपी और केंद्र में भाजपा की सरकारें हैं। राज्य में लोकसभा की 80 सीटें हैं, जो केंद्र सरकार की सत्ता बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान निभाती हैं। इसके ले भी सरकार का यह अनुपूरक बजट हो सकता है। दरअसल, सरकार को जिस खर्च का पहले से पूर्वानुमान नहीं होता या इमरजेंसी खर्च या फिर परिस्थिति के हिसाब से खर्च आ जाते हैं, इसके लिए सरकार अनुपूरक बजट पेश करती है। इस बजट में इस बातों का ध्यान रखा जाता है कि जितना अनुपूरक बजट लाया गया है उतनी धनराशि किन स्रोतों से राजस्व के रूप में राज्य सरकार को मिलेगी।

जानिए इस अनुपूरक बजट का आकार

वित्त विभाग के मुताबिक, योगी सरकार का इस अनुपूरक बजट का आकार आकार 35 से 40000 करोड़ रुपये का हो सकता है। यह चालू वित्त वर्ष का पहला अनुपूरक बजट है। इसलिए सरकार ने विभिन्न विभागों से प्रस्ताव मांगे। अधिकारी ने कहा कि अगले साल देश में लोकसभा चुनाव है, सरकार सालाना बजट के स्थान पर लेखानुदान लाने की संभावना है। ऐसे में लोकसभा चुनावों की तैयारियों के मद्देनजर में कई बड़ी परियोजनाओं के साथ ही चुनावी घोषणाओं के लिए धनराशि की व्यवस्था अनुपूरक बजट के माध्यम से पूरी की जानी है।

इन योजनाओं पर होगी धन राशि खर्च करने की व्यवस्था

सरकार राज्य में कई बड़ी परियोजनाएं चल रही हैं। इसमें आगरा, गोरखपुर और कानपुर मेट्रो परियोजनाओं, नए एयरपोर्ट, सड़क परियोजनाओं के साथ ही विभिन्न जिलों में बन रहे मेडिकल कॉलेजों सहित कई योजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा अगले साल जनवरी में राम मंदिर लोकार्पण का कार्यक्रम भी है। यहां पर खर्च होने वाले पैसों का इंतजाम अनुपूरक बजट से किया जाएगा।

2023-24 का इतना था बजट

गौरतलब है कि इस साल फरवरी में योगी सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 6.90 लाख करोड़ रुपये का भारी भरकम बजट पेश किया था। उसके बाद भी सरकार अनुपूरक बजट लेकर आई है। इससे पहले के वर्ष में योगी सरकार ने 6.15 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया था। वहीं, इससे पहले सरकार ने साल 2022 में अनुपूरक बजट पेश किया था, जिसका आकार 34 हजार करोड़ रुपये का था।

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